आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) को यूएन द्वारा ग्लोबल आतंकी घोषित करने को लेकर पीएम मोदी (PM Modi) ने प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी (PM Modi) ने जयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अब देश को जहां पर से भी खतरा होगा वहां पर घुस कर मारेंगे और अगर वो गोली मारेंगे तो हम गोला मारेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि यूएनएससी ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसदू अजहर (Masood Azhar) को ग्लोबल आतंकी घोषित किया है. आतंकवाद (Masood Azhar) के खिलाफ हमारी लड़ाई में यह एक बड़ी जीत की तरह है.
PM Narendra Modi at a public rally in Jaipur: Ab desh ko jahan par se bhi khatra hoga wahan par ghus kar ke maarenge aur agar woh goli maarenge toh hum gola maarenge. pic.twitter.com/ijQDZUnce1
— ANI (@ANI) May 1, 2019
PM Narendra Modi at a public rally in Jaipur: UNSC has listed JeM's #MasoodAzhar as a Global Terrorist. In our fight against terrorism, it is a big victory. pic.twitter.com/f1mMrGjf0s
— ANI (@ANI) May 1, 2019
वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने भी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक जीत है. हम यूनाइटेज नेशन्स सिक्यूरिटी काउंसिल का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं. आज देश का हर नागरिक खुश होगा. गौरतलब है कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया गया है. यूएन ने मसूद अजहर (Masood Azhar Global terrorist) का नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है. भारत लंबे समय से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आंतकी घोषित करने की मांग कर रहा था. मसूद अजहर (Masood Azhar Global terrorist) को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने को लेकर इस बार चीन ने कोई अड़ंगा नहीं लगाया है. मसूद अजहर पर भारत में कई बड़े आतंकी हमले कराने का आरोप है. इनमें संसद पर हमला, पुलवामा हमला और पठानकोट हमला मुख्य रूप से शामिल हैं.
चीन के रवैये से भारत निराश है पर हताश नहीं, देर सबेर मसूद अजहर घोषित होगा ग्लोबल आतंकीः सूत्र
पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले जैश-ए-मोहम्मद का आका मुखिया मसूद अजहर ही है. बता दें कि मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था. ग्यारह भाई-बहनों में अजहर 10वें नंबर का था. मसूद अजहर (Masood Azhar) के पिता सरकारी स्कूल में हेडमास्टर थे. उसका परिवार डेयरी का करोबार भी करता था. मौलाना मसूद अजहर (Masood Azhar) की पढ़ाई कराची के जामिया उलूम अल इस्लामिला में हुई थी. अजहर का संबंध हरकत-उल अंसार से भी रहा है. पहली बार अजहर को 1994 में गिरफ्तार किया गया था. उसको श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था. कंधार विमान कांड के बाद भारतीय जेलों में बंद मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक ज़रगर और शेख अहमद उमर सईद जैसे चरमपंथी नेताओं की रिहाई की मांग की गई और छोड़ दिया गया.
चीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने को लेकर दिया बड़ा बयान, कही यह बात...
जेल से छूटने के बाद मौलाना मसूद अजहर ने फरवरी 2000 में जैश-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की नींव रखी जिसका मकसद था भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देना. साल 2001 में भारतीय संसद में हमला हुआ जिसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद का ही हाथ था. पाकिस्तान में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और लेकिन उसके खिलाफ सबूत नहीं दिए जाने से लाहौर हाइकोर्ट ने उसे छोड़ने के आदेश दिए गए. आतंकी मसूद अजहर के नापाक इरादों से अमेरिका भी अछूता नहीं रहा. साल 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की गई. इस घटना के बाद अमेरिका ने मसूद अजहर को मांगा. साल 2003 में परवेज मुशर्रफ पर भी आत्मघाती हमला हुआ. इसके बाद उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया. दबाव बढ़ने के बाद उसे नजरंबद और हिरासत में ले लिया गया. लेकिन वह बच निकलने में कामयाब रहा.
चीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में अड़ंगा डालने का किया बचाव
बता दें कि चीन ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) को वैश्विक आतंकी घोषित करने को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. चीन ने मंगलवार को कहा था कि मसूद अजहर (Masood Azhar) को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा. हालांकि चीन ने इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई है. खास बात यह है कि कुछ दिन पहले यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया था. चीन ने पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख (Masood Azhar) पर प्रतिबंध लगाने के एक नये प्रस्ताव पर मार्च में तकनीकी रोक लगा दी थी. जैश ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के चौथे प्रयास पर रोक लगा दी.
चीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में अड़ंगा डालने का किया बचाव
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मुझे भरोसा है कि उचित तरीके से इसका समाधान निकलेगा. वह इन खबरों के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे कि चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के एक ताजा प्रस्ताव पर तकनीकी रोक हटाने पर सहमति जता दी है. इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जा कर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया है.
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