Elections 2019: BSP अध्यक्ष मायावती (Mayawati) 23 मई को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के नतीजों तक 'वेट एंड वाच' नीति पर अमल करेंगी. सोमवार को उनके और समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच करीब एक घंटे तक विचार विमर्श हुआ. हालांकि, इस विचार-विमर्श में किन मुद्दों पर बात हुई इसके बारे में सही जानकारी तो नहीं लग पाई, लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा का मुख्य मुद्दा एक्जिट पोल रहे होंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि 'भविष्य में पार्टी की क्या रणनीति रहेगी इसका खुलासा चुनाव का अंतिम परिणाम आने के बाद ही किया जाएगा, लेकिन तब तक बहनजी लखनऊ में ही रहेंगी.' विभिन्न एग्जिट पोल के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सपा-बसपा गठबधंन (SP-BSP Alliance) उत्तर प्रदेश में भाजपा की 2014 की सीटों में कमी तो लाएगा, लेकिन इसके बावजूद वह केंद्र में राजग को सरकार बनाने से नहीं रोक पायेगा.
यह भी पढ़ें: चुनाव 2019: एग्जिट पोल के नतीजों के बाद मायावती से मिलने पहुंचे अखिलेश यादव, जानें क्या हैं इसके मायने
एग्जिट पोल में केंद्र में राजग की सरकार बनने के कयासों के बीच गठबंधन सहयोगी बसपा की प्रमुख मायावती से सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की. लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और रालोद ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था. अखिलेश सोमवार दोपहर बसपा प्रमुख के घर पहुंचे और दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक बातचीत हुई. दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है. गठबंधन की दोनों पार्टियों के नेता हालांकि यह मानने को कतई तैयार नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी को तीन सौ से अधिक सीटें मिलेंगी और वह आसानी से केंद्र में सरकार बना लेगी.
यह भी पढ़ें: UP Exit Poll Results 2019: यूपी में NDA को इतनी सीटें मिलने का अनुमान, कांग्रेस 2 सीटों पर सिमटती दिख रही
एक अन्य नेता ने कहा, 'हमें (सपा-बसपा-रालोद) 55 सीट से कम तो किसी भी हालत में नही मिलेंगी. गठबंधन ने बहुत अच्छा काम किया है और हम 80 में से 60 सीटों की उम्मीद कर रहे हैं. हम एग्जिट पोल से सहमत नहीं है.' पार्टी के एक नेता ने बताया कि 'पार्टी के नेताओं को कहा गया है कि वह राजधानी 23 मई को चुनाव परिणामों के बाद आयें और तब तक वह अपने-अपने क्षेत्रों में रहे.' साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को 71 सीटें तथा उसके सहयोगी अपना दल को दो सीटें, समाजवादी पार्टी को पांच, कांग्रेस को दो सीटें मिली थी जबकि बसपा का खाता भी नहीं खुला था.
वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव मतदान का दौर खत्म होने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचकर दल के नेताओं से चुनाव परिणामों के बाद की रणनीति पर मंत्रणा की. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश पार्टी मुख्यालय पहुंचे और दल के नेताओं से चुनाव परिणामों के बाद की रणनीति पर चर्चा की. आमतौर पर कार्यकर्ताओं की भीड़ से गुलजार रहने वाले सपा दफ्तर में आज सुबह चंद कार्यकर्ता ही नजर आये. सीतापुर से सपा के नेता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि एग्जिट पोल के कुछ सर्वेक्षणों में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को 50 से ज्यादा सीटें दी गई हैं. हमारे लिये यह उत्साहजनक है, मगर हम 23 मई को नतीजे आने का इंतजार कर रहे हैं.
VIDEO: यूपी में NDA को हो सकता है खासा नुकसान
(इनपुट: भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं