लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारी तेज़ कर दी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग का आयोजन किया गया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि आप सबके संघर्ष से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार भी बनी, लेकिन केंद्र में जो भ्रष्ट सरकारें बैठी हैं, वो नहीं चाहती कि देश से भ्रष्टाचार समाप्त हो. जब से हमारी सरकार बनी है, तब से केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने हमारे हर जन हितैषी काम में अड़ंगा लगाया.भ्रष्टाचार की जो रेल कांग्रेस ने चला रखी थी, अब उसका स्टेरिंग मोदी जी ने अपने हाथ में ले लिया है. सिर्फ भ्रष्टाचारी बदले हैं, भ्रष्टाचार जस का तस है. अगर ये लोग 2019 में दोबारा सत्ता में आ गए, तो ये देश के संविधान को ख़त्म कर डालेंगे. इसलिये आज फिर से देश को हम सबकी ज़रूरत है.
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अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि एक बार फिर आप लोगों को मिलकर मोदी और अमित शाह की इस तानाशाही सरकार को उखाड़ कर फेंकना है. दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा को हराना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को डोर टू डोर का गणित समझाया. कहा कि हमें जनता के बीच जाकर उन्हें समझाना होगा. उन्हें यह बताना होगा कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब भाजपा को जिताना है. मीटिंग में दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि विधानसभा के सभी कार्यकर्ताओं को 10 घरों की जिम्मेदारी दी जाएगी. हर दस घर पर एक कार्यकर्ता की नियुक्ति की जाएगी और उसे विजय प्रमुख का नाम दिया जाएगा. उस विजय प्रमुख का काम होगा की उन दस घरों के वोटरों से जाकर मिले और जो समीकरण मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने समझाया है उसे लोगों को समझाए. पूर्वी दिल्ली से आप की लोकसभा प्रभारी आतिशी ने कहा कि जब हम राजनीति में उतरे तो सब लोग हमारा मज़ाक उड़ाते थे, लेकिन आम आदमी पार्टी ने 2015 में चुनाव लड़ा तो प्रचंड बहुमत से 70 में से 67 सीटें लेकर दिल्ली में अपनी सरकार बनाई.
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