आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम एन चिनाराजप्पा को उस वक्त अजीब स्थिति हो गई, जब उन्हीं की विधानसभा क्षेत्र के लोगों के गुस्सा का सामना करना पड़ा. चिनाराजप्पा पेद्दापुरम विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने गए थे, वहां के लोग विकास के मुद्दे को लेकर काफी गुस्से में थे. गुस्साए लोगों ने चिनाराजप्पा को विधानसभा क्षेत्र में प्रचार नहीं करने दिया. मंत्री को रविवार को ईस्ट गोदावरी जिले के हुसैन पुरम गांव से बिना प्रचार किए वापस लौटना पड़ा.
2014 में पेद्दापुरम विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले मंत्री को स्थानीय लोगों ने गांव में घुसने तक नहीं दिया. साथ में ही स्थानीय लोगों ने उनसे कोई बातचीत नहीं की. स्थानीय लोग गांव में विकास के कई काम नहीं होने की वजह से गुस्से में थे. आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होगा, इसी दिन प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों पर भी चुनाव होगा. मतगणना 23 मई को होगी.
बता दें, आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 सीटों पर कुल 2,395 उम्मीदवार और लोकसभा की 25 सीटों पर 344 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. राज्य में एक ही चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गोपाल कृष्ण द्विवेदी ने नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख समाप्त होने के दो दिन बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को एक बैठक में यह जानकारी दी.
सीईओ ने कहा कि प्रत्येक ईवीएम पर ‘नोटा' के बटन के अलावा सभी 15 उम्मीदवारों के नाम और तस्वीरें होंगी. उन्होंने बताया कि 15 से अधिक उम्मीदवार वाले निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरी ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. चुनाव आयोग ने राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए पर्यवेक्षकों को तैनात किया है. द्विवेदी ने कहा कि किसी भी तरह की समस्या पेश आने पर राजनीतिक दल पर्यवेक्षकों से सम्पर्क कर सकते हैं. सीईओ ने निर्वाचकों की अंतिम सूची राजनीतिक दलों को सौंप दी है, जो 25 मार्च को प्रकाशित हुई थी. राज्य में कुल 3,93,45,717 मतदाता हैं. 25,20,924 नए मतदाताओं को इस सूची में शामिल किया गया है.
(इनपुट- एजेंसी)
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