सोमवार को चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे थे. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार जमकर निशाना साधा. इसके जवाब में अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के नाम 9 पन्नों का खुला खत लिखा है. अपने खत में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने न सिर्फ सिलसिलेवार तरीके से चंद्रबाबू नायडू के आरोपों जवाब दिया है, बल्कि मोदी सरकार द्वारा राज्य के लिए किए गए कामों को भी गिनाया. आंध्र प्रदेश के लोगों को लिखे अपने खुले खत में शाह ने आरोप लगाया कि नायडू ने जनता का भरोसा तोड़ा और वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला करके बहुत दूर जा रहे हैं. अमित शाह ने लिखा कि नायडू की ''छलावे की राजनीति'' समाप्त होने वाली है. भाजपा अध्यक्ष ने अपने इस खुले खत में लिखा है कि उनकी पार्टी पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस और डेवलपमेंट में भरोसा करती है. राष्ट्रीय विकास की अवधारणा में आंध्र प्रदेश हमारे लिए खासा महत्व रखता है और यह इस बात से भी झलकता है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आंध्र प्रदेश के विकास व समृद्धि के लिए हर संभव कोशिश की है.
नायडू पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि उनकी पार्टी जानती है कि नायडू की रगों में कांग्रेस का खून है, लेकिन उन्होंने (शाह) कभी भी यह उम्मीद नहीं की थी कि वह झूठ बोलने में कांग्रेस से आगे निकल जाएंगे और केंद्र सरकार, मोदी और बीजेपी के खिलाफ ‘‘घृणा अभियान'' चलायेंगे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सदस्य के रूप में अपनी राजनीति शुरू की थी और बाद में अपने ससुर एन टी रामा राव द्वारा बनाई गई पार्टी तेदेपा में शामिल हो गये थे. भाजपा अध्यक्ष ने लिखा कि आगामी चुनावों में हार को भांपकर उन्होंने कई यू-टर्न लिये और वह अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए केन्द्र और भाजपा नेतृत्व के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रहे हैं.
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अपने खत में शाह ने चंद्रबाबू नाडयू को पुराना वक्त भी याद दिलाया. पिछली लोकसभा और राज्यसभा (यूपीए सरकार के दौरान) को याद कीजिए, जब आपके पास ज्यादा सांसदों का संख्याबल नहीं था. तब भाजपा ने ही दोनों राज्यों के तेलुगु भाषी लोगों के न्याय के लिए आवाज बुलंद की थी. इस दौरान उन्होंने नायडू और आंध्र प्रदेश की जनता को वो काम भी याद कराए जो केंद्र सरकार ने प्रदेश में किए हैं. अमित शाह ने लिखा कि बीजेपी की अगुवाई में साल 2014 में एनडीए की सरकार बनी, जिसके आप भी अहम हिस्सेदार रहे. हमने आंध्र को इस भावना के साथ आगे बढ़ाने का काम किया कि विभाजन का ज्यादा नुकसान इसी राज्य को झेलना पड़ा है. केंद्र सरकार ने आंध्र के विकास के लिए जिस तरह से काम किया, उसमें संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता दोनों हैं. यह सब पिछले चार सालों के दौरान आंध्र को दी गई भारी मदद के रूप में झलकता भी है. यहां तक कि आंध्र प्रदेश रि-ऑर्गेनाइजेशन एक्ट 2014 के तहत किए गए ज्यादातर वायदों को भी पूरा कर लिया गया है.
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अमित शाह ने लिखा- भाजपा हमेशा ऐसे विकास की राजनीति करती है, जिससे आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए. पिछले चार सालों में जिस तरह से हमें देशभर से जनता का आशीर्वाद हासिल हुआ है, उससे हमारे सकारात्मक एजेंडे को बल मिला है। आपका यह आरोप कि भाजपा आंध्र प्रदेश के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर रही है, यह सरासर गलत और आधारहीन है.उन्होंने आगे कहा, एक नए राज्य के रूप में आंध्र प्रदेश को खास मदद दी गई, ताकि एक नए राज्य का आर्थिक विकास तेजी से हो सके. पिछले 4 सालों में जिस तरह से केंद्र सरकार और भाजपा ने काम किया है, वह बताता है कि भाजपा आंध्र प्रदेश और यहां के लोगों की सच्ची शुभ-चिंतक है.
Video: चंद्रबाबू नायडू के धरने में विपक्षी एकता की झलक
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