पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) महागठबंधन में (Mahagathbandhan) में शामिल हो गए. इस मौके पर राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) भी मौजूद थे. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन परिवार बढ़ रहा है. यह दलों का नहीं, 'जनता के दिलों' का गठबंधन है. यह मुद्दों का गठबंधन है. किसानों और नौजवानों से 'नए क़रार' का गठबंधन है. यह सामाजिक न्याय के प्रति नई प्रतिबद्धता का गठबंधन है. भीड़तंत्र और तानाशाही के ख़िलाफ़ ये जनता के लिए जनता का गठबंधन है.
बिहार में महागठबंधन परिवार बढ़ रहा है। यह दलों का नहीं, ‘जनता के दिलों” का गठबंधन है।यह मुद्दों का गठबंधन है। किसानों और नौजवानों से ‘नए क़रार' का गठबंधन है। यह सामाजिक न्याय के प्रति नई प्रतिबद्धता का गठबंधन है। भीड़तंत्र और तानाशाही के ख़िलाफ़ ये जनता के लिए जनता का गठबंधन है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 20, 2018
इसके अलावा तेजस्वी ने एक और ट्वीट किया, 'बिहार में महागठबंधन दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और प्रगतिशील लोगों का मनुवादियों के ख़िलाफ़ 'हल्ला बोल' गठबंधन है. यह RBI, CBI, ED और दूसरी संवैधानिक संस्थाओं का बैंड बजाने वाली फ़ासीवादी ताक़तों के ख़िलाफ़ 'न्यायप्रिय ताक़तों' का लोकप्रिय गठबंधन है. जय बहुजन, जय हिंद.
बिहार में महागठबन्धन दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और प्रगतिशील लोगों का मनुवादियों के ख़िलाफ़ “हल्ला बोल” गठबंधन है। यह RBI, CBI, ED और दूसरी संवैधानिक संस्थाओं का बैंड बजाने वाली फ़ासीवादी ताक़तों के ख़िलाफ़ ‘न्यायप्रिय ताक़तों' का लोकप्रिय गठबंधन है। जय बहुजन, जय हिंद।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 20, 2018
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, राजद नेता तेजस्वी यादव, बिहार के वरिष्ठ नेता शरद यादव, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी की मौजूदगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में शामिल हो गए. इस मौके पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह संविधान को बचाने की लड़ाई है. यह देश को बचाने की लड़ाई है. यह उनके खिलाफ लड़ाई है, जिन्होंने जनता को सिर्फ धोखा देने का काम किया है.
यह भी पढ़ें: अब पासवान की पार्टी की BJP से नई मांग- हमें झारखंड और यूपी में भी सीट दें, वहां भी है हमारा वोटबैंक
वहीं, महागठबंधन में शामिल होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज से हमारी पार्टी यूपीए का हिस्सा बन गई है. मैं यहां बिहार की जनता के आशीर्वाद के कारण उपस्थित हुआ है. उन्होंने कहा कि एनडीए छोड़ने का कारण यह था कि मेरा वहां अपमान हो रहा था. कुशवाहा ने राहुल गांधी और लालू यादल का आभार भी जताया. उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं ने उदारता दिखाई.
VIDEO: महागठबंधन में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा
बता दें कि रालोसपा ने 2014 का लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भाजपा के हाथ मिलाने के साथ ही दोनों दलों के बीच तनाव शुरू हो गया था और 2019 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा को दो सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया था. इसके बाद ही वह एनडीए से अलग हो गए थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं