जानेमाने उपन्यासकार चेतन भगत और बिहार के डुमरांव के राज परिवार के बीच विवाद दिल्ली की एक अदालत में सुलझा लिया गया, जब लेखक ने माफी मांगते हुए कहा कि उनकी ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ नाम यह रचना ‘गल्प’ पर आधारित है. राज परिवार ने डुमरांव के राज घराने की खराब छवि पेश करने का आरोप लगाते हुए भगत से एक करोड़ रुपये के हर्जाने और उपन्यास पर आगे की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की थी. वहीं भगत ने अदालत से कहा कि उनके उपन्यास में राज परिवार का चित्रण गल्प पर आधारित था और यह ‘काल्पनिक’ और ‘गैरइरादतन’ था.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उपन्यास में काल्पनिक राज परिवार के गल्प चित्रण से कोई आहत हुआ है तो मैं उससे क्षमा मांगता हूं.’’ अदालत ने कहा, ‘‘संबंधित पक्षों के वकीलों के बयान को देखते हुए इस मामले का निस्तारण किया जाता है.’’ अदालत ने यह भी कहा कि यह सहमति बनी है कि भगत अपने इस उपन्यास के भविष्य के प्रकाशनों में स्पष्टीकरण प्रकाशित करेंगे और 15 जून तक अपना स्पष्टीकरण अखबारों में प्रकाशित कराएंगे.
डुमरांव के महाराजा बहादुर कमल सिंह के बेटे चंद्र विजय सिंह और भगत के वकीलों के अलग अलग बयान अदालत ने रिकॉर्ड किए और फिर मामले का निस्तारण किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उपन्यास में काल्पनिक राज परिवार के गल्प चित्रण से कोई आहत हुआ है तो मैं उससे क्षमा मांगता हूं.’’ अदालत ने कहा, ‘‘संबंधित पक्षों के वकीलों के बयान को देखते हुए इस मामले का निस्तारण किया जाता है.’’ अदालत ने यह भी कहा कि यह सहमति बनी है कि भगत अपने इस उपन्यास के भविष्य के प्रकाशनों में स्पष्टीकरण प्रकाशित करेंगे और 15 जून तक अपना स्पष्टीकरण अखबारों में प्रकाशित कराएंगे.
डुमरांव के महाराजा बहादुर कमल सिंह के बेटे चंद्र विजय सिंह और भगत के वकीलों के अलग अलग बयान अदालत ने रिकॉर्ड किए और फिर मामले का निस्तारण किया.
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