विज्ञापन
This Article is From Nov 13, 2019

विंटर स्किनकेयर: ड्राईनेस को रोकने के 7 आयुर्वेदिक टिप्स

सर्दी लगभग शुरू हो चुकी है. हममें से अधिकांश लोग ठंड के मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं, लेकिन यह आपकी त्वचा के लिए विशेष रूप से अच्छा समय नहीं होता. तापमान और आर्द्रता में गिरावट विभिन्न स्किन प्रोब्लम्स को जन्म दे सकती है.

विंटर स्किनकेयर: ड्राईनेस को रोकने के 7 आयुर्वेदिक टिप्स

सर्दी लगभग शुरू हो चुकी है. हममें से अधिकांश लोग ठंड के मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं, लेकिन यह आपकी त्वचा के लिए विशेष रूप से अच्छा समय नहीं होता. तापमान और आर्द्रता में गिरावट विभिन्न स्किन प्रोब्लम्स को जन्म दे सकती है. सर्दियों में सबसे आम त्वचा समस्याओं में से एक है, अत्यधिक सूखापन और फटे होंठ. ऐसे समय में, आपकी त्वचा की देखभाल और सर्दियों में इसे सुंदर और चमकदार बनाए रखने के लिए आप प्राकृतिक रूप से आयुर्वेदिक उपचारों का सहारा ले सकते हैं. आयुर्वेद आपके स्वास्थ्य और सौंदर्य को लाभ पहुंचाने के लिए प्राकृतिक अवयवों का उपयोग करने का प्राचीन खजाना है.

हेल्‍दी, शाइनी स्किन के लिए कोरियन ब्‍यूटी स्किनकेयर के इन 7 चरणों को अपनाएं

आयुर्वेदिक योगों में प्रयुक्त सामग्री में मुख्य रूप से पौधे, जड़ी-बूटियां और प्राकृतिक खुशबू शामिल हैं. ये सूत्र या उपाय, हमारे पूर्वजों द्वारा विचारपूर्वक समय के साथ परीक्षण किए गए अवयवों के अद्भुत लाभ देते हैं.

सर्दियों में, अगर स्किन की सही देखभाल नहीं की जाती, तो सर्द हवा आपकी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा सकती है. यह इसकी नमी और चमक को खत्‍म कर सकती है, जिससे यह सुस्त और डिहाइड्रेटेड हो सकती है. आयुर्वेद के अनुसार, पृथ्वी दक्षिणायन चरण में है, जो ब्रह्मांड का स्त्री चरण होता है, यह पुनर्जनन का मौसम है. यह ग्रहणशीलता का समय है, प्यासे पौधों और प्राणियों के जीवन से शक्ति जाने लगती हैं, जो त्वचा के लिए सबसे जरूरी है.

ayurveda 650

इस सर्दियों में अपनी त्वचा को निखारने के लिए आयुर्वेद का रुख करें

इन सर्दियों में अपनी त्वचा की देखभाल करें इन आयुर्वेदिक स्किनकेयर टिप्स से

सर्दी का मौसम साल का वह समय होता है जब हर किसी को अपनी स्किनकेयर पर पूरा ध्यान देना होता है, क्योंकि इस दौरान बॉडी ड्राई होती है और उसमें हाइड्रेशन की कमी होती है. सर्दियों में शरीर को ड्राईनेस से बचने के लिए व्यक्ति को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. यहां कुछ सर्दियों के स्किनकेयर टिप्स दिए गए हैं, जो आपकी त्वचा की देखभाल करने में आपकी मदद कर सकते हैं:

इस सीजन में ट्रेंड में हैं पर्पल के ये शेड्स

1. बॉडी लोशन के लिए नेचुरल बटर अपनाएं

ऐसे प्रोडक्‍ट्स का इस्‍तेमाल करें, जो नेचुरल हों, एक्‍स्‍ट्रा पौष्टिक हों, क्योंकि वे शरीर को तेजी से नमी प्रदान करते हैं. नेचुरल बटर जैसे शीया, कोकम, नारियल और बादाम मक्खन जैसे अवयवों को अपनाएं. शहद, गुलाब, ग्लिसरीन, बादाम, खुबानी, जोजोबा और तिल जैसे नेचुरल ऑयल भी फायदेमंद होते हैं.

2. बाथ या शॉवर ऑयल्स का इस्तेमाल करें

आयुर्वेद खोई हुए नमी को फिर से पाने और चमक देने के लिए स्नान से पहले अभ्यंग की सलाह देता है. सेल्‍फ-ऑयल की मालिश पूरे दिन त्वचा को कोमल बनाए रखेगी. इस ड्राई मौसम के दौरान, यह भी सिफारिश की जाती है कि आप सुबह नहाने से पहले या तो तिल या नारियल के तेल का उपयोग करें. शरीर को तौलिए से साफ करते समय होने वाली ड्राईनेस से निपटने के लिए नेचुरल शावर ऑयल का इस्‍तमाल करें.

करें इन 7 प्रोडक्‍ट का ट्राई, शाइन करने लगेगी स्किन

3. फुट मसाज ऑयल्स का इस्तेमाल करें

पदा अभ्यंग द्वारा अपने पैरों की देखभाल करें. नियमित मालिश शरीर की सहज ऊर्जा या प्राण को पुनर्स्थापित और संतुलित करती है. रात में सोने से पहले पैरों के तलवों पर तेल रगड़ने का सरल कार्य आयुर्वेद में अत्यधिक महत्‍वपूर्ण बताया गया है. यह मालिश के दौरान उपयोग किए जाने वाले तेलों के गहरे अवशोषण में मदद करेगा. इससे पैर कोमल और पोषित होते हैं.

4. नियमित रूप से सिर की तेल मालिश करें

शिरो अभ्यंग या सिर की मालिश सर्दियों में सरल और अत्यधिक आवश्यक है. चरक संहिता, जो आयुर्वेद पर संस्कृत पाठ है, में कहा गया है, जो नियमित रूप से अपने सिर पर तेल लगाता है, वह सिर दर्द, गंजापन या बालों के सफ़ेद होने से पीड़ित नहीं होता है. इतना ही नहीं इससे बाल काले, लंबे और घने होते हैं. इससे सिर के इंद्रिय अंग प्रभावी रूप से काम करते हैं. चेहरे की त्वचा चमक उठती है.

qe9uh2r8

स्‍कैल्‍प को ड्राइनेस और खुजली से बचाने के लिए बालों की तेल से मालिश करें

5. स्किन रिन्यूइंग नाइट सीरम लगाएं

रातभर स्किन को फिर से जीवंत करने के लिए एमोलिएंट बटर के साथ नाइट सीरम लगाएं. गुलाब जल, ग्लिसरीन और नींबू के रस के मिश्रण का उपयोग करना ड्राई स्किन के लिए सबसे अच्छा पुराना उपचार है. कैमिकल फ्री लोशन के साथ नहाने के बाद अपनी स्किन को मॉइस्चराइज करें, जो एक्‍स्‍ट्रा हाइड्रेटिंग हैं, और रोमछिद्रों को अवरुद्ध नहीं करते हैं.

6. मॉइस्चराइजिंग लिप बाम का उपयोग करें

बढ़ी हुई ठंड आमतौर पर फटे होंठों देती है. नॉन-शाइनी और अत्यधिक नमीयुक्त लिप बाम के साथ अपने होंठों को सूखने से बचाएं.

7. अपने खाने पर रखें नजर

आपकी डाइट आपकी स्किन के बारे में सबकुछ बताती है, इसलिए अपनी स्किन को ड्राई होने से बचाने के लिए आयुर्वेद के अनुसार भोजन करें. इस मौसम में, शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए आयुर्वेद गर्म और नम भोजन खाने की सलाह देता है. गर्म सूप, वार्मिंग मसाले जैसे हल्दी, अदरक, दालचीनी, आदि, गर्म अनाज या दलिया और बीज लें. फ़िज़ी ड्रिंक्‍स, कैफीन और कोल्‍ड डिशेज से बचें. इम्यूनिटी बढ़ाने वाली तुलसी, अदरक, दालचीनी, अजवाईन, हल्दी और शहद से बनी चाय पिएं.

चाहिए पिंपल फ्री स्किन तो इन प्रोडक्‍ट को अपनाएं

अपनी डाइट में हेल्‍दी फैट और ओमेगा 3 से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स और शुद्ध गाय का घी शामिल करें. च्यवनप्राश का सेवन सर्दियों में करने पर अतिरिक्त लाभ मिलता है, क्योंकि यह एक इम्‍यूनिटी बूस्टर है. आंवला जैसे विटामिन सी से भरपूर फल लें.

इन टिप्‍स के अलावा, नियमित रूप से सक्रिय रहना और व्यायाम करना भी सुनिश्चित करें. शरीर की अकड़न से बचने और ब्‍लड सर्कुलेशन में सुधार के लिए योगिक स्ट्रेचिंग आसनों का अभ्यास करें. प्राणायाम फेफड़ों को हेल्‍दी रखने में मदद कर सकता है और स्किन को फ्रेश ऑक्सीजन दे सकता है.

तो इस बार सर्दियों में इन सरल और आसान आयुर्वेदिक स्किनकेयर टिप्स को ट्राई करें.
लेखक के बारे में: रजनी ओहरी नेचुरल स्किनकेयर की विशेषज्ञ हैं. यह प्रकृति के लिए उसका प्यार था जिसने उन्‍हें आयुर्वेद के बारे में जिज्ञासु बना दिया. जैसे ही उनके माता-पिता अपनी धार्मिक यात्राओं के लिए हर साल ऋषिकेश जाते थे, रजनी आयुर्वेद सीखने के लिए अपना समय बिताती थीं. अपने आचार्य के मार्गदर्शन में, उन्होंने विभिन्न आयुर्वेदिक हेयर ऑयल, बॉडी बटर आदि तैयार करने का अनुभव प्राप्त किया और आयुर्वेद का समग्र ज्ञान पाया. रजनी सिर्फ 12 साल की थी, जब उन्‍होंने खुद से क्रीम बनाने का प्रयोग किया. हालांकि यह एकदम परफेक्‍ट नहीं रही, लेकिन वह इसे 100% स्वाभाविक मानती थीं. वर्षों बाद, वह अब अपना खुद का आयुर्वेदिक स्किनकेयर ब्रांड चलाती हैं, जिसे ओहरिया आयुर्वेद कहा जाता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com