- कब्ज की समस्या से राहत के लिए फलों में मौजूद प्राकृतिक फाइबर और पानी आंतों की कार्यप्रणाली सुधारते हैं
- ब्लैकबेरी में सात से आठ ग्राम फाइबर होता है जो मल त्याग को नियमित और आसान बनाता है
- सेब के छिलके में अघुलनशील फाइबर होता है जो मल को नरम कर पाचन में मदद करता है
Best Fruit For Constipation: आजकल खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते पाचन और कब्ज की समस्या बहुत ही आम हो गई है. कब्ज से दिनचर्या धीमी हो जाती है और नॉर्मल काम भी बोझिल लगने लगते हैं. ऐसे में कब्ज की समस्या से राहत पाना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि जब आपका पेट अच्छे से साफ रहता है शरीर भी एनर्जेटिक और एक्टिव रहता है. अगर, आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो कुछ फलों का सेवन बहुत ही फायदेमंद हो सकते हैं. दरअसल, कई फलों में नेचुरल फाइबर, पानी और ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो आंतों को सुचारू रूप से काम करने में मदद करते हैं. आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. सलीम जैदी से जानिए कब्ज के लिए सबसे अच्छा फल कौन सा है? कब्ज के लिए कौन से फल हाई फाइबर से भरपूर हैं.
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ब्लैकबेरी
एक कप ब्लैकबेरी में लगभग 7-8 ग्राम फाइबर होता है. इसमें मौजूद घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का मिश्रण मल को बढ़ाने के साथ-साथ पानी को भी सोखने में मदद करता है. यह मल त्याग को आसान और नियमित बनाता है. इसके बीज भी आंतों को नेचुरल रूप से एक्टिव करते हैं.
सेबएक मीडियम आकार के सेब में 4-5 ग्राम फाइबर होता है. इसका अधिकांश भाग छिलके से आता है, जिसमें अघुलनशील फाइबर होता है जो मल त्याग को तेज करता है. सेब में पेक्टिन भी होता है, जो आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है और मल को नरम करने में मदद करता है.
अमरूदएक अमरूद में 5 ग्राम फाइबर होता है. इसके बीज आंतों की गति को बेहतर बनाते हैं और मल को सख्त होने से रोकते हैं. अमरूद में पानी की मात्रा भी अधिक होती है, जिससे इसका प्राकृतिक रेचक प्रभाव बढ़ जाता है.
कीवीएक कीवी में लगभग 2 ग्राम फाइबर होता है. कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि प्रतिदिन दो कीवी खाने से मल त्याग में सुधार होता है. इस फल में एक्टिनिडिन नामक एंजाइम भी होता है, जो पाचन क्रिया को तेज करने में सहायक होता है.
नाशपातीएक मीडियम नाशपाती में लगभग 5-6 ग्राम फाइबर होता है. इसका अधिकांश भाग पेक्टिन से आता है, जो मल को नरम करता है और उसे आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है. छिलके में भी फाइबर की अच्छी-खासी मात्रा होती है, इसलिए इसे पूरा खाने से काफी फर्क पड़ सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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