
How to Quit Alcohol: शराब की लत लगना आसान है, लेकिन इसे छोड़ना बहुत मुश्किल. कई बार लोग कोशिश करते हैं कि वे शराब से दूरी बना लें, लेकिन लाख कोशिश के बाद भी ऐसा कर नहीं पाते हैं. लोगों की शिकायत होती है कि उन्हें हर थोड़े समय पर शराब की तलब होने लगती है, जिससे वे चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाते हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. बता दें कि आयुर्वेद में कुछ ऐसी जड़ी-बूटियों को जिक्र किया गया है, जो शराब की तलब को कम करने में असर दिखा सकती हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
कैसे छोड़ें शराब की लत?
इसे लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान जीवा आयुर्वेद के निदेशक और प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर प्रताप चौहान ने बताया, शराब पीने से शरीर के दोष (वात, पित्त, कफ) बिगड़ जाते हैं और ओजस यानी जीवन ऊर्जा कमजोर हो जाती है. बार-बार शराब पीने से अग्नि (पाचन शक्ति) भी कमजोर पड़ती है, जिससे शरीर में अम्ल और विषाक्त तत्व (टॉक्सिन्स) बढ़ जाते हैं. यही कारण है कि शराब की तलब बार-बार होती है. इसलिए सिर्फ इच्छाशक्ति से यह लत नहीं छूटती, बल्कि शरीर को संतुलन में लाने की भी जरूरत होती है.
क्या करें?डॉक्टर चौहान बताते हैं, आयुर्वेद में एक खास तरह का हर्बल चूर्ण बताया गया है, जिसे अगर सही तरह से लिया जाए तो शराब की लत को आसानी से छोड़ा जा सकता है. इस चूर्ण को खाने से शरीर की अंदर से सफाई होती है, नर्वस सिस्टम मजबूत होता है और धीरे-धीरे शराब के स्वाद से अरुचि होने लगती है.
चाहिए होंगी ये चीजेंइस चूर्ण को बनाने के लिए आपको 3 चीजों की जरूरत होगी.
विदारीकंदयह नर्वस सिस्टम को ताकत देता है और शरीर की कमजोरी दूर करता है.
आंवलायह शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालता है और पाचन को ठीक करता है.
अश्वगंधायह तनाव और बेचैनी को कम करता है, जो अक्सर शराब छोड़ते समय महसूस होती है.
कैसे करें सेवन?- इन तीजों चीजों को बराबर मात्रा में लेकर सुखाकर पीस लें.
- तैयार चूर्ण को दिन में दो बार, सुबह खाली पेट और फिर शाम के समय हल्के गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच लें. अगर शराब की तलब हो, तब भी आप इस चूर्ण को ले सकते हैं.
- आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, इन जड़ी-बूटियों का असर यह होता है कि शरीर धीरे-धीरे शराब को स्वीकार नहीं करता और मन भी उसकी ओर आकर्षित नहीं होता.
हालांकि, केवल चूर्ण खाने से ही पूरा फायदा नहीं होगा. इसके साथ-साथ आयुर्वेद में पंचकर्म (डिटॉक्स), सात्विक आहार, योग और काउंसलिंग को भी जरूरी माना गया है. यह मिलकर शरीर और मन दोनों को मजबूत बनाते हैं.
डॉक्टर चौहान बताते हैं, शराब छोड़ना आसान नहीं है लेकिन विदारीकंद, आंवला और अश्वगंधा के नियमित सेवन से धीरे-धीरे लत पर काबू पाया जा सकता है. हर्बल चूर्ण से शराब के प्रति अरुचि पैदा होती है और शरीर अपनी खोई ताकत वापस पाता है. ऐसे में आप भी आज से इस नुस्खे को आजमाकर देख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं