प्रतीकात्मक फोटो
कोलकाता:
तृणमूल कांग्रेस और माकपा के कई शीर्ष नेता रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई जांच के दायरे में हैं. यह बात सीबीआई एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कही.
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस और माकपा दोनों के कुछ शीर्ष नेता हमारी जांच के दायरे हैं. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है. नए सुराग मिले हैं. हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं." हालांकि, सीबीआई सूत्रों ने किसी भी तृणमूल या माकपा नेता को फिलहाल तलब करने से इंकार किया.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार माकपा नेताओं के एक हिस्से पर सीबीआई की नजर है क्योंकि रोज वैली ने वाम मोर्चा सरकार के कार्यकाल के दौरान अपना ऑपरेशन शुरू किया था और उस अवधि के दौरान चिटफंड कंपनी ने बंगाल में अपने ऑपरेशन का विस्तार किया था.
सीबीआई ने इस मामले में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और पार्टी के एक अन्य सांसद तापस पाल को रोज वैली घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस और माकपा दोनों के कुछ शीर्ष नेता हमारी जांच के दायरे हैं. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है. नए सुराग मिले हैं. हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं." हालांकि, सीबीआई सूत्रों ने किसी भी तृणमूल या माकपा नेता को फिलहाल तलब करने से इंकार किया.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार माकपा नेताओं के एक हिस्से पर सीबीआई की नजर है क्योंकि रोज वैली ने वाम मोर्चा सरकार के कार्यकाल के दौरान अपना ऑपरेशन शुरू किया था और उस अवधि के दौरान चिटफंड कंपनी ने बंगाल में अपने ऑपरेशन का विस्तार किया था.
सीबीआई ने इस मामले में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और पार्टी के एक अन्य सांसद तापस पाल को रोज वैली घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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