जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में लिया गया. (फाइल फोटो)
श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर मे अलगाववादियों पर सख्ती बढ़ा दी गई है. जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में लेने के बाद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के मीरवाइज उमर फारूक को भी नजरबंद कर दिया गया है. यह कदम इसलिए उठाए गए हैं ताकि अलगाववादी विरोध प्रदर्शन की अगुवाई नहीं कर सकें.
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मलिक को सुबह उनके मैसूमा स्थित आवास से हिरासत में लिया गया. उन्हें कोठीबाग स्थित पुलिस थाने में रखा गया है. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी नजरबंद हैं. आम नागरिकों की कथित तौर पर सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मौत और वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के विरोध में, अलगाववादियों ने जॉइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले आज हड़ताल करने की घोषणा की थी.
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अलगाववादी समूहों के संगठन 'ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशिप' (जेआरएल) ने आ कहा था कि ईद की पूर्व संध्या के बाद से आम नागरिकों के मारे जाने की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है. बयान में कहा गया था, 'ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशिप ने घाटी में लगातार आम नागरिकों के मारे जाने के खिलाफ गुरुवार को पूर्ण बंद का आह्वान किया है. घाटी में ईद की पूर्व संध्या के बाद से इन घटनाओं में इजाफा हुआ है.
VIDEO : कश्मीर में किसी भी सूरत में अमन चाहते थे शुजात बुख़ारी
बता दें कि 14 जून को जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में वरिष्ठ पत्रकार एवं 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अज्ञात हमलावरों ने शुजात बुखारी के कार्यालय के बाहर उनपर हमला किया. यह हमला उस समय हुआ जब वह अपने दफ्तर से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे.
(इनपुट : भाषा)
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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मलिक को सुबह उनके मैसूमा स्थित आवास से हिरासत में लिया गया. उन्हें कोठीबाग स्थित पुलिस थाने में रखा गया है. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी नजरबंद हैं. आम नागरिकों की कथित तौर पर सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मौत और वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के विरोध में, अलगाववादियों ने जॉइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले आज हड़ताल करने की घोषणा की थी.
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अलगाववादी समूहों के संगठन 'ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशिप' (जेआरएल) ने आ कहा था कि ईद की पूर्व संध्या के बाद से आम नागरिकों के मारे जाने की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है. बयान में कहा गया था, 'ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशिप ने घाटी में लगातार आम नागरिकों के मारे जाने के खिलाफ गुरुवार को पूर्ण बंद का आह्वान किया है. घाटी में ईद की पूर्व संध्या के बाद से इन घटनाओं में इजाफा हुआ है.
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बता दें कि 14 जून को जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में वरिष्ठ पत्रकार एवं 'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अज्ञात हमलावरों ने शुजात बुखारी के कार्यालय के बाहर उनपर हमला किया. यह हमला उस समय हुआ जब वह अपने दफ्तर से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे.
(इनपुट : भाषा)
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