नई दिल्ली:
कोलकाता नाइटराइडर्स ने बैंगलोर को हराकर लगातार 2 हार के बाद जीत दर्ज़ की। अब टीम के सामने किंग्स इलेवन पंजाब की चुनौती है। मैच कोलकाता के घरेलू मैदान ईडन गार्डन्स पर है। ज़ाहिर है पलड़ा कोलकाता का भारी है और टीम के हौसले बुलंद हैं।
पिछली बार जब दोनों टीमें मोहाली में टकराई थी तो बाज़ी कोलकाता ने 6 विकेट से जीती थी। ज़ाहिर है इस बार कोलकाता को उसके घर में हराने के इरादे से पंजाब की टीम ईडन गार्डन्स में उतरेगी।
कोलकाता के ओपनर गौतम गंभीर ने 8 मैच में 339 रन बनाए, जिसमें 3 अर्द्धशतक शामिल हैं तो रॉबिन उथप्पा ने 8 मैच में 243 रन बनाए। वे 2 अर्द्धशतक बनाकर मैच विनर भी रहे हैं।
पठान ने दूर की गंभीर की समस्या
लेकिन आंद्रे रसेल और यूसुफ़ पठान ने बैंगलोर के ख़िलाफ़ मैच विनर का रोल निभाकर ओपनर्स के कंधों का बोझ ज़रूर हल्का किया है। ख़ासकर पठान ने लंबे समय बाद अपनी आतिशी बल्लेबाज़ी का नज़ारा पेश किया। पठान ने 29 गेंद पर नाबाद 60 रन बनाए।
गंभीर के स्पिनर्स कारगार साबित हो रहे हैं, लेकिन उनके तेज़ गेंदबाज़ों को रन रोकने के लिए अपने पर लगाम कसने की ज़रूरत है। उमेश यादव ने तो बैंगलोर के ख़िलाफ़ 18वें ओवर में 23 रन लुटा दिए थे।
कप्तान बदलने के बाद बदली-बदली है पंजाब
दूसरी तरफ़ पंजाब के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत ख़राब रही, लेकिन मुरली विजय के कमान संभालने के बाद बदलाव नज़र आने लगा है। अपने पिछले मैच में पंजाब ने 154 रन बनाने के बाद आईपीएल में आगे चल रही गुजरात को शिकस्त दी। इसमें पंजाब के गेंदबाज़ों का ख़ास रोल रहा।
अक्षर पटेल (8 विकेट) के हैट्रिक के साथ-साथ मोहित शर्मा (10 विकेट) और संदीप शर्मा (7 विकेट) की गेंदबाज़ी असरदार रही। पंजाब के लिए मुरली विजय भले ही रन बना रहे हों, लेकिन पंजाब को आगे बढ़ना है तो बाक़ी के बल्लेबाज़ों को लय में आने की ज़रूरत है।
मैक्सवेल-मिलर बने चिंता के सबब
ग्लेन मैक्सवेल (7 मैच में 95 रन बनाए, सिर्फ़ 1 अर्द्धशतक) और डेविड मिलर (7 मैच में बनाए सिर्फ़ 107 रन, सर्वाधिक 31 रन) जैसे बल्लेबाज़ चल जाएं तो पंजाब की परेशानी कम हो सकती है।
चोटिल शॉन मार्श के बाहर होने की वजह से पंजाब को अपनी रणनीति में भी बदलाव करने की ज़रूरत होगी। लेकिन बदले तेवर में पंजाब कोलकाता के सामने बेहतर चुनौती पेश कर सकता है।
पिछली बार जब दोनों टीमें मोहाली में टकराई थी तो बाज़ी कोलकाता ने 6 विकेट से जीती थी। ज़ाहिर है इस बार कोलकाता को उसके घर में हराने के इरादे से पंजाब की टीम ईडन गार्डन्स में उतरेगी।
कोलकाता के ओपनर गौतम गंभीर ने 8 मैच में 339 रन बनाए, जिसमें 3 अर्द्धशतक शामिल हैं तो रॉबिन उथप्पा ने 8 मैच में 243 रन बनाए। वे 2 अर्द्धशतक बनाकर मैच विनर भी रहे हैं।
पठान ने दूर की गंभीर की समस्या
लेकिन आंद्रे रसेल और यूसुफ़ पठान ने बैंगलोर के ख़िलाफ़ मैच विनर का रोल निभाकर ओपनर्स के कंधों का बोझ ज़रूर हल्का किया है। ख़ासकर पठान ने लंबे समय बाद अपनी आतिशी बल्लेबाज़ी का नज़ारा पेश किया। पठान ने 29 गेंद पर नाबाद 60 रन बनाए।
गंभीर के स्पिनर्स कारगार साबित हो रहे हैं, लेकिन उनके तेज़ गेंदबाज़ों को रन रोकने के लिए अपने पर लगाम कसने की ज़रूरत है। उमेश यादव ने तो बैंगलोर के ख़िलाफ़ 18वें ओवर में 23 रन लुटा दिए थे।
कप्तान बदलने के बाद बदली-बदली है पंजाब
दूसरी तरफ़ पंजाब के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत ख़राब रही, लेकिन मुरली विजय के कमान संभालने के बाद बदलाव नज़र आने लगा है। अपने पिछले मैच में पंजाब ने 154 रन बनाने के बाद आईपीएल में आगे चल रही गुजरात को शिकस्त दी। इसमें पंजाब के गेंदबाज़ों का ख़ास रोल रहा।
अक्षर पटेल (8 विकेट) के हैट्रिक के साथ-साथ मोहित शर्मा (10 विकेट) और संदीप शर्मा (7 विकेट) की गेंदबाज़ी असरदार रही। पंजाब के लिए मुरली विजय भले ही रन बना रहे हों, लेकिन पंजाब को आगे बढ़ना है तो बाक़ी के बल्लेबाज़ों को लय में आने की ज़रूरत है।
मैक्सवेल-मिलर बने चिंता के सबब
ग्लेन मैक्सवेल (7 मैच में 95 रन बनाए, सिर्फ़ 1 अर्द्धशतक) और डेविड मिलर (7 मैच में बनाए सिर्फ़ 107 रन, सर्वाधिक 31 रन) जैसे बल्लेबाज़ चल जाएं तो पंजाब की परेशानी कम हो सकती है।
चोटिल शॉन मार्श के बाहर होने की वजह से पंजाब को अपनी रणनीति में भी बदलाव करने की ज़रूरत होगी। लेकिन बदले तेवर में पंजाब कोलकाता के सामने बेहतर चुनौती पेश कर सकता है।
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