
अरविंद केजरीवाल गेंद पर निर्ममता से प्रहार करने के लिए जाने जाते हैं (फाइल फोटो)
कोलकाता:
आईपीएल-10 में कोलकाता नाइटराइडर्स की ओर से खेले रहे यूसुफ पठान जब मैदान में उतरते हैं तो दर्शकों में चौकों-छक्कों की उम्मीद बढ़ जाती है. गुजरात के यूसुफ पठान की पहचान बड़े-बड़े छक्के लगाने वाले बल्लेबाज की है. जब उनकी बल्लेबाजी पूरे शबाब पर होती है तो गेंदबाजों की मानो शामत आ जाती है. अपने आतिशी प्रहारों से यूसुफ किसी भी मैच की तस्वीर बदलने की क्षमता रखते हैं. हालांकि प्रदर्शन में स्थिरता नहीं होना इस हरफनमौला की कमजोरी है.
गेंद पर निर्ममता से प्रहार करने वाले यूसुफ पठान ने भले ही जोस मोरिन्हो से कभी कोई प्रेरणा नहीं ली हो लेकिन स्वयं के मूल्यांकन में उन्होंने मैनचेस्टर यूनाईट के कोच के लोकप्रिय बयान को दोहराया है जिसमें उन्होंने कहा था ‘मैं विशेष हूं.’ इसके साथ ही इरफान पठान के बड़े भाई यूसुफ की नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मध्यक्रम के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाड़ियों का दावा अधिक मजबूत है. पठान ने अपनी इस हरसत का इजहार करते हुए कहा ‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे (भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व के मामले में) आगे है. मुझे लगता है कि कोई मेरे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता. मैं स्वयं को विशेष प्रतिभा मानता हूं.’ दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 39 गेंद में 59 रन की पारी खेलने वाले पठान ने साबित किया कि कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में उन्हें इतनी तरजीह क्यों मिलती है जबकि मैच का रुख बदलने वाली उनकी पारियां काफी कम हैं.
भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा, ‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा. चीजों को बदलने में समय नहीं लगता. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो कल.’ उन्होंने कहा, ‘मैं अन्य को नहीं देखना चाहता. मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरुआत अच्छी रही. मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए.’ पठान ने कहा कि वह कभी भी अपना नैसर्गिक खेल खेलने से पीछे नहीं हटेंगे जैसा कि उन्होंने फिरोजशाह कोटला में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ किया. पठान ने कोलकाता नाइटराइडर्स टीम में संतुलन लाने का श्रेय मुख्य कोच जैक कालिस और उनके सहायक साइमन कैटिच को दिया जिसके कारण टीम पांच मैचों में चार जीत के साथ शीर्ष पर चल रही है.(भाषा से इनपुट)
गेंद पर निर्ममता से प्रहार करने वाले यूसुफ पठान ने भले ही जोस मोरिन्हो से कभी कोई प्रेरणा नहीं ली हो लेकिन स्वयं के मूल्यांकन में उन्होंने मैनचेस्टर यूनाईट के कोच के लोकप्रिय बयान को दोहराया है जिसमें उन्होंने कहा था ‘मैं विशेष हूं.’ इसके साथ ही इरफान पठान के बड़े भाई यूसुफ की नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मध्यक्रम के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाड़ियों का दावा अधिक मजबूत है. पठान ने अपनी इस हरसत का इजहार करते हुए कहा ‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे (भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व के मामले में) आगे है. मुझे लगता है कि कोई मेरे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता. मैं स्वयं को विशेष प्रतिभा मानता हूं.’ दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 39 गेंद में 59 रन की पारी खेलने वाले पठान ने साबित किया कि कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम में उन्हें इतनी तरजीह क्यों मिलती है जबकि मैच का रुख बदलने वाली उनकी पारियां काफी कम हैं.
भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा, ‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा. चीजों को बदलने में समय नहीं लगता. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो कल.’ उन्होंने कहा, ‘मैं अन्य को नहीं देखना चाहता. मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरुआत अच्छी रही. मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए.’ पठान ने कहा कि वह कभी भी अपना नैसर्गिक खेल खेलने से पीछे नहीं हटेंगे जैसा कि उन्होंने फिरोजशाह कोटला में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ किया. पठान ने कोलकाता नाइटराइडर्स टीम में संतुलन लाने का श्रेय मुख्य कोच जैक कालिस और उनके सहायक साइमन कैटिच को दिया जिसके कारण टीम पांच मैचों में चार जीत के साथ शीर्ष पर चल रही है.(भाषा से इनपुट)
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