विज्ञापन
This Article is From Jan 11, 2020

क्या होंगे इस दशक के टॉप 10 ट्रेंड्स, पढ़ें- रुचिर शर्मा के साथ डॉ. प्रणय रॉय की खास बातचीत

लेखक और विश्लेषक रुचिर शर्मा ने एनडीटीवी के डॉ. प्रणय रॉय से आने वाले दशक के 10 टॉप ट्रेंड्स (प्रमुख रुझानों) पर चर्चा की.

लेखक और विश्लेषक रुचिर शर्मा ने एनडीटीवी के डॉ. प्रणय रॉय से आने वाले दशक के 10 टॉप ट्रेंड्स पर चर्चा की.

नई दिल्ली:

लेखक और विश्लेषक रुचिर शर्मा ने एनडीटीवी के डॉ. प्रणय रॉय से इस दशक (2020 का दशक) के 10 टॉप ट्रेंड्स (प्रमुख रुझानों) पर चर्चा की. चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पिछला दशक (2010-19) अमेरिका का था और इन वर्षों में अमेरिका तमाम क्षेत्रों में हावी रहा और विश्व की अर्थव्यवस्था में उसका शेयर 25 प्रतिशत तक बढ़ा. उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था यानी ग्लोबल इकॉनमी में चीन के योगदान की भी चर्चा की, जो 9 से 16 तक बढ़ा. रुचिर शर्मा ने जो टॉप 10 ट्रेंड्स बताए, वो ये रहे. 

ji0rhl78
  • अमेरिका और ऊंचाई पर पहुंचेगा, दूसरे देश भी उभरेंगे.
  • छोटी कंपनियों के फिर से अच्छे दिन आएंगे.
  • बड़ी टेक्नॉलजी कंपनियों के दिन पूरे हो चुके हैं.
  • घटते वैश्वीकरण से स्थानीयकरण यानी लोकलाइजेशन का रास्ता बनेगा.
  • घटती जनसंख्या वृद्धि दर की वजह से विकास दर होगी प्रभावित.
  • नई पीढ़ी के हिसाब से नई उपभोग शैली भी नजर आएगी.
  • ध्रुवीकरण का असर कम होगा, स्थिति और खराब नहीं होगी.
  • मुद्रास्फीति की दरों में बढ़ोतरी हो सकती है.
  • 5th स्टेट यानी गैर परंपरागत मीडिया का होगा बोलबाला.
  • नैतिक पूंजीवाद का और विकास होगा.

अमेरिका एक वित्तीय महाशक्ति के रूप में दुनिया पर हावी रहा है. विश्‍व में इसके शेयर बाजार की हिस्सेदारी 256 फीसदी तक बढ़ गई है. पूरे यूरोप का हिस्सा 72 फीसदी है, जबकि चीन का हिस्सा 72 फीसदी है.

2vt7p0sg

हर दशक किसी न किसी देश का होता है. 50 के दशक में, युद्ध के बाद का यूरोप सबसे बड़ा आर्थिक विजेता था. 60 का दशक अमेरिका का था. अमेरिका 90 के दशक में भी व्यापक रूप से लाभान्वित हुआ. सदी के पहले दशक में उभरते बाजारों का उदय हुआ.

g5950b8

अगले दशक में अमेरिका शिखर पर पहुंच जाएगा.

v3ro6tk4

Trend 2: नई बड़ी कंपनियों का उदय

29nus2bk

बड़ी कंपनियां और बड़ी हुईं, उनकी बाजार हिस्सेदारी 9 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई.

pdmtrr3o
पिछले दशक में शीर्ष 10 स्‍टॉक में 2100 फीसदी की भारी वृद्धि हुई. वही स्‍टॉक अगले दशक में केवल 65 फीसदी ही बढ़ेंगे.
vtuk107g
अमेरिका में छोटी कंपनियां फिर से उभरेंगी. भारत में, पिछले दशक में, छोटी कंपनियों में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि बड़ी कंपनियों में 115 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
rh0ojblg

अगले दशक में नई बड़ी कंपनियों के उभरने की संभावना है. छोटी फर्मों को भी लाभ मिल सकता है.

Trend 3: टेक कंपनियों का रहेगा बोलबाला

8as91loc

पिछले एक दशक में, प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में 325 प्रतिशत की बढ़त हुई और कमोडिटी स्टॉक केवल 30 प्रतिशत बढ़ा.

l1l4pffc

अगले दशक में बड़ी टेक फर्मों की संभावित गिरावट देखी जाएगी. तकनीक भविष्य है लेकिन वर्चस्व बदल सकता है.

Trend 4: वैश्वीकरण की गिरावट

9aiql0pg

पिछले दशक में, वैश्विक व्यापार चरम पर था. दुनिया अब डी-ग्लोबलाइजेशन की ओर बढ़ रही है.

o3tbat3g

पिछले दशक में, भारत ने स्थानीय रूप से निर्मित प्राकृतिक उत्पादों के बाजार में हिस्सेदारी में बड़ी वृद्धि देखी है.

i80ooi1

लोगों की बढ़ती संख्या बड़े ब्रांडों पर भरोसा नहीं करती है. अविश्‍वास के पीछे राष्‍ट्रवाद एक कारण है.

v284n8qk

डी-ग्लोबलाइजेशन ने स्थानीयकरण के लिए रास्ता बनाया है.

Trend 5: जनसंख्या की धीमी वृद्धि

mf644vus

कामकाजी उम्र की आबादी की विकास दर में बड़ी गिरावट है.

tr09m9dk

भारत में कार्यशील जनसंख्या वृद्धि दर भी घट रही है.

7k6rajmo

कई देशों में कामकाजी आबादी गिर रही है. चीन, जर्मनी जैसे देश कार्यशील जनसंख्या वृद्धि में गिरावट देख रहे हैं.

a0g5un4

कार्यशील जनसंख्या वृद्धि की धीमी दर और आर्थिक विकास दर एक तरह से जुड़े हैं. कम श्रमिकों का अर्थ है धीमी आर्थिक वृद्धि.

7t4essqc

भारत दुनिया के आर्थिक विकास की सूची में कई पायदान नीचे खिसक गया है. भारत, जो 2010 में दुनिया में 14वें स्थान पर था, 2019 में 44वें स्थान पर रहा.

bi10up0o

अगले दशक में, धीमी वृद्धि वाले विश्व की उम्मीद करनी चाहिए.

Trend 6: नई पीढ़ी और बाजार की नई जरूरतें

1k5faqnk

नई पीढ़ी के उदय ने उपभोक्ता प्रवृत्तियों को फिर से परिभाषित किया है. लोग अब अनुभवों पर खर्च कर रहे हैं. उपभोक्ता खर्च में एक वैश्विक परिवर्तन है.

csk8n8k

दुनिया का एक पसंदीदा शगल है. खेल उद्योग ने बड़े पैमाने पर बाजार में वृद्धि दर्ज की है.

fq41n7d

समय बिताने के अन्‍य साधनों की तुलना में गेमिंग पर अधिक पैसा खर्च किया जा रहा है. गेमिंग इंडस्ट्री के लिए प्रति यूजर रेवेन्यू सबसे ज्यादा है.

akis0plg

भारत में गेमिंग उद्योग में भी बड़ा उछाल है. गेमिंग कंपनियों की संख्या जो 2010 में 25 थी वो बढ़कर 2019 में 275 हो गई.

hcbnukps

भारत में गेम डाउनलोड की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है.

31qvb45k

अगले दशक में, नई पीढ़ी में नई खपत की आदतें होंगी. मनोरंजन गतिविधि के रूप में गेमिंग, फिल्मों और संगीत से आगे बढ़ेगा.

Trend 7: शीर्ष पर होगा ध्रुवीकरण

0h070b0s

दशक भर में लोकवादी पार्टियों का वोट शेयर बढ़ा है.

jicaee8

यहां एक झलक मिलती है कि कैसे जनवाद वोटिंग पैटर्न को निर्धारित करने में भूमिका निभाते हैं.

7og5fdd4

ध्रुवीकरण में वृद्धि का मतलब है राजनीतिक नेताओं को अब कट्टर लोकप्रिय समर्थन हासिल है.

dbdvdje

अगले दशक में एक ऐसी बंटी हुई दुनिया दिखाई देगी, जो पहले कभी नहीं देखी गई थी. लेकिन ध्रुवीकरण अपने चरम पर पहुंचने की संभावना है.

Trend 8: मुद्रास्फीति की वापसी

0nv38gb8

पिछले दशक में 800 वर्षों में सबसे कम ब्याज दर देखी गई.

5fpgjnqc

पिछले दशक में, दुनिया और भारत ने कम मुद्रास्फीति का अनुभव किया. वैश्विक मुद्रास्फीति की सूची में भारत 145 वें स्थान पर है.

u8huhab8

वैश्विक बेरोजगारी दर बहुत कम है. उत्पादकता वृद्धि भी कम है.

o9vctuf8

Trend 9: 5th स्टेट यानी गैर परंपरागत मीडिया (online) का होगा बोलबाला

j1gkempo

खबरों की खपत का पैटर्न बदल गया है. अखबारों और टीवी से लोग अब कम से कम खबरें ले रहे हैं.

lvfeh424

अमेरिका में खबरों के लिए इंटरनेट का इस्‍तेमाल करने वालों की संख्‍या में भारी इजाफा हुआ है.

9utmaub4

35 वर्ष से कम आयु के 56 प्रतिशत भारतीय खबरों के लिए इंटरनेट का इस्‍तेमाल करते हैं.

m762318g

समाचार उपभोग के लिए ट्विटर एक प्रमुख मंच के रूप में उभरा है.

1cunssoc

Trend 10: नैतिक पूंजीवाद का उदय

ql7fpnp8

पिछले दशक में आर्थिक असमानता कई गुना बढ़ गई है.

b45laamc

भारत में भी अरबपतियों की संख्या में वृद्धि हुई है.

bv190o6

अधिक समानता की मांग बढ़ रही है.

0n4o2v3c

भारत में 81 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि कॉर्पोरेट सामाजिक परिवर्तन के लिए काम करें.

r29jlsi4

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com