डॉ प्रणय रॉय ने ब्रेकआउट कैपिटल के संस्थापक और रॉकफेलर इंटरनेशनल के चेयरमेन रुचिर शर्मा के साथ 2023 के लिए शीर्ष 10 आर्थिक पूर्वानुमानों पर चर्चा की. रुचिर शर्मा के अनुसार, इस वर्ष मुद्रास्फीति स्थिर रहने की संभावना है और दुनिया जितनी धीमी गति से चलेगी, भारत की गति भी वैसी ही होगी. उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि रुपये में गिरावट धीमी होने की संभावना है क्योंकि डॉलर अधिकांश प्रमुख करेंसियों के मुकाबले चरम पर है.
रुचिर शर्मा ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है. यह सिलसिला लंबे समय तक चलने वाला है. उन्हें लगता है कि इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा, जो कि 5 फीसदी की दर से ऊपर नहीं बढ़ सकती है. शर्मा यह भी महसूस करते हैं कि भारत को कई देशों के साथ आउटसोर्सिंग के अवसर जुटाने की आवश्यकता है जो कि चीन के विकल्प की तलाश कर रहे हैं.
रुचिर शर्मा ने कहा कि लोग अभी भी अमेरिका जैसे देशों को आउटसोर्स करना चाह रहे हैं क्योंकि वहां मजदूरी बहुत अधिक है, लेकिन भू-राजनीतिक कारणों से वे अब इसे चीन में नहीं करना चाहते हैं. चीन में मजदूरी काफी बढ़ गई है. इसलिए आउटसोर्सिंग भारत सहित एशिया में स्थानांतरित हो गई है, लेकिन हमें इस अवसर का उपयोग करने की जरूरत है.
Here are the top 10 trends explained in graphics:
Trend 1: The Long Grind
Trend 3: America Down, Rest Of The World Up
Trend 4: Tech Shrinks
Trend 5: Less Money Better TV
Trend 6: Japan Is Back
Trend 7: Outsourcing Outside China
Trend 8: Return Of Orthodoxy
Trend 9: Relief From Elections
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