नई दिल्ली:
वीमैन ऑफ वर्थ कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए NDTV समूह के कार्यकारी सह-अध्यक्ष डॉ प्रणय रॉय ने कहा कि पुरुष राजनेता इस बात से 'डरे हुए' हैं कि भारत की महिलाएं उनसे बेहतर हैं, और इसीलिए वे महिलाओं को आरक्षण दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। डॉ रॉय ने यह भी कहा कि NDTV में एक महिला को कम से कम पांच पुरुषों के बराबर माना जाता है, क्योंकि वे इतना ही बेहतर तरीके से काम करती हैं।
डॉ रॉय ने कॉन्क्लेव के शुरुआती सत्र में सलाह दी कि वक्त आ गया है, जब पुरुषों को महिलाओं की बात सुननी और माननी चाहिए, क्योंकि महिलाओं के पिछड़ने का कारण यही है कि पुरुष उनकी क्षमताओं से डरते हैं।
इस मौके पर लोरियाल इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्यां क्रिस्टॉफे लेटेलियर ने कहा कि यह कॉन्क्लेव मुंबई में 28 मार्च को होने वाले वीमैन ऑफ वर्थ पुरस्कार समारोह की भूमिका है।
डॉ रॉय ने कॉन्क्लेव के शुरुआती सत्र में सलाह दी कि वक्त आ गया है, जब पुरुषों को महिलाओं की बात सुननी और माननी चाहिए, क्योंकि महिलाओं के पिछड़ने का कारण यही है कि पुरुष उनकी क्षमताओं से डरते हैं।
इस मौके पर लोरियाल इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्यां क्रिस्टॉफे लेटेलियर ने कहा कि यह कॉन्क्लेव मुंबई में 28 मार्च को होने वाले वीमैन ऑफ वर्थ पुरस्कार समारोह की भूमिका है।
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