भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव सी टी रवि ने सोमवार को कहा कि पार्टी कर्नाटक विधानसभा चुनाव इसलिए हार गई, क्योंकि वह दक्षिणी राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह राष्ट्रीय स्तर पर काम नहीं कर सकी और चुनाव से पहले सही विमर्श तय करने में भी विफल रही. गोवा में संवाददाता सम्मेलन में रवि ने कहा कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे में कई कारक शामिल थे.
कांग्रेस ने पिछले महीने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 224 सदस्यीय सदन में 130 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की. भाजपा ने 2018 में 100 से अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार पार्टी 66 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा अपना वोट सुरक्षित करने में कामयाब रही है. गारंटी कार्ड (कांग्रेस द्वारा किए गए चुनाव पूर्व वादे) के कारण, हमें प्रत्येक मतदान केंद्र में 100-200 वोट का नुकसान हुआ.'' गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के प्रभारी महासचिव ने कहा कि भाजपा कर्नाटक चुनावों में उचित ‘विमर्श तय' नहीं कर सकी, जो दक्षिणी राज्य में उसके नुकसान के कारणों में से एक था.
रवि ने कहा, ‘‘भाजपा कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखने में विफल रही क्योंकि हम प्रधानमंत्री (राष्ट्रीय स्तर पर) की तरह काम नहीं कर सके.'' उन्होंने आरोप लगाया कि यह विपक्षी दल हैं जो देश के शीर्ष उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं, जबकि भाजपा गरीब समर्थक है.
रवि ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी सुधार करने वाले, बदलाव करने वाले और कायाकल्प करने वाले हैं. विपक्ष उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है. प्रधानमंत्री ने कभी अडाणी और अंबानी के लिए काम नहीं किया. यह विपक्षी दल हैं जो अडाणी और अंबानी के लिए काम कर रहे हैं.''
रवि ने आरोप लगाया कि 2004-2014 के बीच कांग्रेस शासन भ्रष्टाचार में संलिप्त था. उन्होंने दावा किया, ‘‘हमें यूपीए (कांग्रेस के नेतृत्व वाली) के दौरान की स्थिति की तुलना मौजूदा मोदी के नेतृत्व वाले शासन से करनी होगी. हम कह सकते हैं कि कांग्रेस का मतलब घोटाला है. आज कोई घोटाला नहीं हुआ है. भाजपा का मतलब स्कीम (योजना) और कांग्रेस का मतलब स्कैम (घोटाला) होता है.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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