दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है. भारी बारिश और हरियाणा के हथिनी कुंड से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में यमुना के खतरे का निशान 205.33 मीटर है. बुधवार रात 10 बजे तक यमुना का पानी 208.05 मीटर तक पहुंच गया. इसके बाद यमुना बाजार की दीवार से पानी रिसने लगा है. यमुना का पानी दिल्ली की सड़कों पर आ गया है. कश्मीरी गेट, रिंग रोड और कनॉट प्लेस के कुछ रास्तों पर यमुना का पानी आ गया है. वहीं, यमुना बाजार डूब चुका है. अब यमुना का पानी ईस्ट दिल्ली की ओर बढ़ रहा है. गुरुवार सुबह 8 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.30 मीटर तक पहुंच सकता है.
यमुना नदी का पानी उफान पर होने के कारण मॉनेस्ट्री और आईएसबीटी (कश्मीरी गेट) के बीच रिंग रोड पर आ गया है. यहां ट्रैफिक प्रभावित है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को इस रास्ते से बचने की सलाह दी है. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा है कि बहुत जरूरी हो तब ही इन रास्तों का इस्तेमाल करें.
Traffic Alert
— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) July 12, 2023
Traffic is affected on Ring road between Monastery and ISBT, Kashmere Gate due to overflowing Yamuna river water. Kindly avoid the stretch. pic.twitter.com/frUaY4WmnX
एलजी ने गुरुवार को बुलाई DDMA की बैठक
नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. ऐसे में बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गुरुवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है. मीटिंग दोपहर 12 बजे होगी.
दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा, "बुधवार रात 8 बजे, हथिनी कुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा जारी नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, पुराने रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है. 13 जुलाई की सुबह 4:00 बजे से 6:00 बजे के बीच यमुना का पानी 207.99 मीटर हो जाएगा. उसके बाद इसके स्थिर रहने की संभावना है.''
सीएम ने निचले इलाके के लोगों से की घर खाली करने की अपील
इससे पहले बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई. बैठक में बाढ़ के हालातों ने निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई. केजरीवाल ने यमुना किनारे निचले इलाकों में रह रहे लोगों से कहा है कि वे इंतजार नहीं करें, फौरन इन इलाकों को खाली कर दें. हालांकि लोगों ने पहले ही इलाके खाली करना शुरू कर दिए हैं. यहां के लोग राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं.
स्कूलों को रिलीफ कैंप में बदला
यमुना के जलस्तर को बढ़ता देख अभी तक 2500 कैंप लगा दिए हैं, शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है. बारिश के बाद से स्कूल बंद हैं. लिहाजा स्कूलों को राहत कैंप में बदलने के लिए भी कहा गया है. केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि बाढ़ देखने के लिए नहीं जाएं.
श्मशान घाटों के लिए एडवाइजरी
यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एमसीडी ने श्मशान घाटों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एमसीडी ने कहा, "निगम बोध घाट परिसर में यमुना का पानी घुसने से लोगों असुविधा का सामना करना पड़ सकता है. आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे निगम बोध घाट के पास या अपने पड़ोस के अन्य श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार सुविधाओं का उपयोग करें." एमसीडी ने बताया कि गीता कॉलोनी श्मशान घाट पर भी जलभराव है. लिहाजा, कड़कड़डूमा और गाजीपुर श्मशान घाट पर अतिरिक्त व्यवस्था की गई है.
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