प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली की पिस्टल निशानेबाज लवलीन कौर को कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में ट्रेनिंग के वक्त ततैयों ने काट लिया और उनका कहना था कि रेंज में प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी. लवलीन ने कहा कि कल 25 मीटर की रेंज में अभ्यास करते हुए उन पर ततैयों के झुंड ने हमला कर दिया और कम से कम चार ने उन्हें काट भी लिया. उन्होंने कहा, ‘‘रेंज पर चार ततैयों ने मुझे काट लिया. मैं टेम्पलेट बदलने के लिये टारगेट क्षेत्र में गयी थी लेकिन मुझ पर ततैयों के झुंड ने हमला कर दिया. मुझे चक्कर आ रहा था और थोड़ी देर के लिये मेरा शरीर सुन्न हो गया थाय. इसके बाद मेरा चेहरा लाल हो गया और सूजन शुरू हो गयी. मेरे पूरे शरीर में चुभन होने लगी.’’
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लवलीन ने कहा, ‘‘इस विश्व स्तरीय निशानेबाजी रेंज में प्राथमिक चिकित्सा की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी. केवल एक महिला सफाईकर्मी ने मेरी मदद की, हालांकि कुछ पुरूष निशानेबाज और एक गार्ड उस समय वहां मौजूद था. वहां ज्यादा लोग नहीं थे जो वहां थे वे सभी पुरूष थे. इसलिये शायद वे मदद के लिये नहीं आये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गार्ड ने ततैया के काटने वाली जगह मलने के लिये मुझे स्टील का स्केल दिया. महिला सफाईकर्मी ने सामान इकट्ठा करने में मदद की. शुक्र है कि जब मैं निशानेबाजी कर रही थी तब ऐसा नहीं हुआ. वर्ना भरी हुई पिस्टल से कुछ भी हो सकता था. ’’
वीडियो : क्या खासियत है इस फोन की
लवलीन के पिता ईशविंदरजीत सिंह ने कहा, ‘‘जब वह घर आयी तो उसका चेहरा और पैर थोड़े सूजे हुए थे और उसे थोड़ा बुखार भी था. रेंज पर यह गंभीर समस्या है. मैं संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध करूंगा.’’उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में अधिकारिक शिकायत भी दर्ज करूंगा. हमारे चिकित्सक ने उसे एंटी-एलर्जिक दवाई दी है. अगर ज्यादा ततैये उसे काट लेते तो यह काफी खतरनाक हो सकता था. ’’
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लवलीन ने कहा, ‘‘इस विश्व स्तरीय निशानेबाजी रेंज में प्राथमिक चिकित्सा की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी. केवल एक महिला सफाईकर्मी ने मेरी मदद की, हालांकि कुछ पुरूष निशानेबाज और एक गार्ड उस समय वहां मौजूद था. वहां ज्यादा लोग नहीं थे जो वहां थे वे सभी पुरूष थे. इसलिये शायद वे मदद के लिये नहीं आये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गार्ड ने ततैया के काटने वाली जगह मलने के लिये मुझे स्टील का स्केल दिया. महिला सफाईकर्मी ने सामान इकट्ठा करने में मदद की. शुक्र है कि जब मैं निशानेबाजी कर रही थी तब ऐसा नहीं हुआ. वर्ना भरी हुई पिस्टल से कुछ भी हो सकता था. ’’
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लवलीन के पिता ईशविंदरजीत सिंह ने कहा, ‘‘जब वह घर आयी तो उसका चेहरा और पैर थोड़े सूजे हुए थे और उसे थोड़ा बुखार भी था. रेंज पर यह गंभीर समस्या है. मैं संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध करूंगा.’’उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में अधिकारिक शिकायत भी दर्ज करूंगा. हमारे चिकित्सक ने उसे एंटी-एलर्जिक दवाई दी है. अगर ज्यादा ततैये उसे काट लेते तो यह काफी खतरनाक हो सकता था. ’’
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