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मामले को तूल पकड़ता देखकर एनजीटी ने सफाई देते हुए कहा है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान मंत्रोच्चारण और आरती पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है लेकिन विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा. सबसे तीखी प्रतिक्रिया विश्व हिंदू परिषद की ओर से आई है. विहिप के अनुसार, एनजीटी अमरनाथ मंदिर में पूजा पद्धति पर रोक लगाने की कोशिश कर रहा है. धरती पर हर प्राकृतिक संकट के लिए अकेले हिंदू जिम्मेदार नहीं हैं. धर्मगुरु श्रीश्री रविशंकर ने फैसले को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि एनजीटी के आदेश के लेकर हमें आमलोगों की तीखी प्रतिक्रिया मिल रही है.मेरी इस बारे में अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरपर्सन से बात की है.इस मुद्दे पर चर्चा के लिए हम बोर्ड के साथ इमरजेंसी बैठक करेंगे.उन्होंने कहा कि बिना घंटी बजाए और मंत्रोच्चार-जयकारों के बिना कोई पूजा नहीं हो सकती.
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We have been getting frantic calls from the public regarding today’s NGT order on #Amarnath Yatra . I have spoken to the Chairperson of the Board, Governor Vohra about this. We will be convening an emergency meeting of Sri Amarnath ji Shrine board to discuss the same.
— Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 13, 2017
No Puja commences in temples without ringing the bell and chanting of the mantras. #Amarnath
— Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) December 13, 2017
सोशल मीडिया पर भी इस मसले पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एक यूजर ने अपना रोष जाहिर करते हुए लिखा, दीपावली पर पटाखे नहीं, होली पर पानी नहीं, अमरनाथ में मंत्रोच्चार और घंटिया नहीं है. यह तो हद है. एक अन्य शख्स ने ट्वीट में लिखा, लश्करे तैयबा और तालिबान भी जयकारे लगाने से मना करते हैं और आप भी, फिर आपमें और उनमें फर्क क्या रहा गया?#NGT seems less concerned about the environment and more concerned about policing Hindus by dictating how to pray & how they should lead their life.In NGts language,it seems like Hindus are responsible for half of worlds carbon footprint. #Amarnath
— Bhavyatejj (@bhavyatejj) December 13, 2017
We have full faith & respect in #NGT but can't they respect our religious Sentiments & right to protect, profess & practice #Hindu dharma at least in #Amarnath #Temple at high altitude of Himalayan region.https://t.co/ZBbt8TyYtP pic.twitter.com/Ra7Jm2JsdD
— विनोद बंसल - विहिप (@vinod_bansal) December 14, 2017
#कश्मीर मे "पाकिस्तान जिंदाबाद", "हिंदुस्तान मुर्दाबाद" के नारे ते लग सकैं ,पर #अमरनाथ (कश्मीर) मे भोले के जयकारे पर भी रोक लाग दी
— पं.ओम प्रकाश अवस्थी (@OmPrakashAwast7) December 14, 2017
कानून#NGT
क्या भारत की सरकार शरिया लां से चलेगी...।। pic.twitter.com/aOfGl48sjH
Let और तालीबान भी जयकारे लगाने से मना करते है;फिर आपमें और उनमें कैसा फर्क?#अमरनाथ।
— Rahul_Bharat (@RahulBharat5) December 13, 2017
#दीपावली में पटाखे नहीं,#होली में पानी नहीें,#अमरनाथ में मन्त्रों का जाप और घंटियां नहीं
— Arpit Alok Mishra (@arpitalokmishra) December 14, 2017
सारी पाबंदियां लगा दो
हद है यार!
काय का #मोदी_सरकार🚩
NGT ने अमरनाथ यात्रा के लिए आदेश जारी किए कि मंत्रोच्चार,कीर्तन,जयकारे आदि नही लगाये जायेंगे।पहले #महाकाल शिवलिंग अब #अमरनाथ शिवलिंग,ये #मंदिर के पीछे ही #NGT क्यों पड़ी है।क्या पूरे देश और कहीं प्रदूषण नही है।और कहीं हरियाली,पेड़–पौधों को क्षति नही है। #AmarnathYatrisMuted
— Siddharth Chaturvedi (@ImSidChaturvedi) December 14, 2017
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर बग्गा ने ट्वीट करते हुए एनजीटी पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है, 'एनजीटी एंटी हिंदू एजेंडा चला रही है.आर्ट ऑफ लिविंग से लेकर दिवाली, मंदिर की घंटियों से लेकर अब अमरनाथ यात्रा. एनजीटी को अपना एंटी हिंदू एजेंडा रोक देना चाहिए.'Btw,when I eventually do the #AmarnathYatra, I will bow before my Shiva,& chant & pray as I wish. And no NGT or other power will have the authority to dictate terms
— Smita Barooah (@smitabarooah) December 14, 2017
वीडियो: आतंकी हमले के बावजूद अमरनाथ यात्रा को लेकर उत्साह
कुल मिलाकर बर्फानी बाबा की यात्रा से जुड़े इस आदेश के बाद एनजीटी निशाने पर है. सरकार से इस मामले में दखल की मांग की गई है.लोगों का मानना है कि आदेश उनके धार्मिक मामले में दखल की तरह है.
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