उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के दौरान आज 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को बाहर निकाला गया. अब तक बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की कुल संख्या 566 हो गई है. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग के जरिये अंजाम दिया गया. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को दोपहर तक 128 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए बाहर निकाला गया. इन लोगों को निकालकर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के मातली हेलीपैड पर लाया गया है.
Dharali Flash Floods Live Updates:-
धराली में तबाही के बीच जिंदगी की जंग, NDTV ने ग्राउंड जीरो से दिखाई त्रासदी की अनसुनी कहानियां
उत्तरकाशी का धराली गांव चीख-चीखकर त्रासदी की कहानी कह रहा है. सैकड़ों लोगों को निकाला जा चुका है. सैकड़ों अब भी फंसे हैं. तबाही के आलम और लोगों के दर्द की कहानियों को सामने लाने के लिए एनडीटीवी की टीम जान जोखिम में डालकर धराली पहुंच गई है.

धराली पहुंचा NDTV, मलबे के सैलाब में रेंगते हुए जान बचाने वाले भलविंदर सिंह ने बताया- कैसे बची जान?
Dharali Ground Report: NDTV की टीम पैदल ही पहाड़ों को पार करते हुए धराली पहुंची. जिसके बाद वहां के हालातों को टीवी पर दिखाया जा सका.

धराली आपदा: सुबह से 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को निकाला गया
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है जिसके तहत शुक्रवार को 128 और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को बाहर निकाला गया. अब तक बाहर निकाले गए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की कुल संख्या 566 हो गई है. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग के जरिये अंजाम दिया जा रहा है.
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: अब तक 500 लोगों को बचाया गया
उत्तराखंड में फंसे 500 लोगों को बचा लिया गया है. सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भारतीय एयरफोर्स के साथ मिलकर जी-जान से रेस्क्यू में जुटी है.
Uttarkashi Cloudburst LIVE: वैली ब्रिज बनाने की मशक्कत जारी, जी-जान से जुटी टीमें
धराली को सड़क के रास्ते से जोड़ने के लिए वैली ब्रिज का काम तेजी से चल रहा है. इस वक्त तमाम टीमें पूरी जी-जान से जुटी है. गंगनानी से 03 किलोमीटर आगे पुल के टूटने के कारण सड़क अवरुद्ध है. कल एसडीआरएफ की टीम ने रस्सियों के सहारे स्टील के तारों का उपयोग करके नदी पार करके पुल का ढांचा रखा, ताकि बीआरओ पुल निर्माण कार्य शुरू कर सके. आज टीम ने बीआरओ और लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों और श्रमिकों को रस्सी के सहारे सड़क से नीचे उतारा और सुरक्षित नदी पार कराई. एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में लगातार बचाव और सहायता कार्य कर रही हैं.
Uttarakhand | The road is blocked due to the collapse of the bridge 03 km ahead of Gangnani. Yesterday, the SDRF team ensured the alignment of the bridge by crossing the river with the help of ropes, using steel wires, so that the BRO can start the bridge construction work.… pic.twitter.com/PJ46OCbLv2
— ANI (@ANI) August 8, 2025
Uttarkashi Cloudburst LIVE: वैली ब्रिज बनाने के काम में आई तेजी
गंगनानी के पास लिमचा गाड़ पुल के ढहने के कारण अवरुद्ध गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर वैली ब्रिज का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है. हर्षिल और धराली के आपदाग्रस्त स्थलों पर सड़क साफ़ करने के साथ-साथ सोनगाड़ और डबरानी के पास भागीरथी नदी द्वारा किए गए कटाव को दूर करने के प्रयास चल रहे हैं.
#WATCH | The construction of the Valley Bridge on the Gangotri National Highway, blocked due to the collapse of the Limcha Gad bridge near Gangnani, is progressing rapidly. Efforts are also underway to clear the road at the disaster sites of Harsil and Dharali, as well as to… pic.twitter.com/g8yw26hQUW
— ANI (@ANI) August 8, 2025
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: हर्षिल में चल रहे बचाव अभियान में आई तेजी
उत्तरकाशी, उत्तराखंड: सेना और वायुसेना ने हर्षिल में चल रहे बचाव अभियान को तेज कर दिया है.
#WATCH | Uttarkashi, Uttarakhand: Army and Air Force intensify ongoing rescue operations in Harsil. pic.twitter.com/H4NWIfiFcf
— ANI (@ANI) August 8, 2025
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: उत्तरकाशी से धराली तक पहुंचने में 5 बड़ी बाधाएं
उत्तरकाशी से धराली तक पहुंचने में 5 बड़ी बाधाएं है, चार बड़े भूस्खलन से सड़कें ख़त्म हो गई और अब यहां पहुंचने के लिए पुल बनाना सबसे बड़ी चुनौती है.
तीन बड़ी बाधाएं पापड़गाड, भटवाड़ी और मनेरी से दो किमी आगे अस्थाई सड़कें बना दी गई हैं. यहां से तीन किमी दूर गंगवानी में लोहे का पुल बनाने का काम शुरु हो चुका है.
फिर अंतिम बाधा गंगावानी के दस किमी दूर एक अस्थाई सड़क बनाना है. इनमें से 5 से तीन जगहों पर BRO ने अस्थाई रोड बना ली है लेकिन उनमें भी कई चुनौतियां है.
धराली तक पहुंचने के दो बड़ी चुनौती बाक़ी है, सबसे पहली गंगवानी में लोहे का पुल बनाना फिर गंगवानी और हार्दिक के बीच भी एक जगह सड़क बह गई, उसे बनाना भी चुनौती
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: धराली में मरने वालों की संख्या 7 तक पहुंची
धराली की तबाही में मरने वालों की संख्या 7 तक पहुंच चुकी है. फिलहाल युद्ध स्तर पर रेस्क्यू चल रहा है, ताकि लोगों को जल्द से जल्द बचाया जा सके
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: जोरों पर चल रहा रेस्क्यू
भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ लोगों के साथ मिलकर, बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र धराली और हर्षिल में बड़े पैमाने पर बचाव और राहत काम में जुटी है.
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: सेना के सैटेलाइट और रेडियो रिले कम्यूनिकेशन से लोगों ने अपने घर पर किया फोन
सेना ने कल सैटेलाइट और रेडियो रिले कम्यूनिकेशन को स्थापित, जिससे फंसे हुए नागरिक इंटरनेट के माध्यम से अपने परिवारों को कॉल कर पाए. इंजीनियर रेजिमेंट महत्वपूर्ण निर्माण कार्य भी कर रही है. धराली और मुखवा गांव के बीच भागीरथी नदी पर एक पैदल पुल का निर्माण किया गया है.
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: 50 से अधिक लोग लापता
सेना ने कहा कि 50 से अधिक लोग और एक जूनियर कमीशन ऑफिसर समेत नौ सैन्यकर्मी अब भी लापता हैं. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि लापता लोगों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है. अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ में चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी. बचाव दलों ने बुधवार को दो शव बरामद किए थे लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये उन्हीं चार व्यक्तियों में से ही किसी के हैं.
Uttarakhand Cloudburst LIVE News: उत्तरकाशी में 274 लोगों को निकाला गया
भीषण बाढ़ से तबाह हुए उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में जारी बचाव अभियान ने बृहस्पतिवार को मौसम सुधरने के साथ ही रफतार पकड़ी और जिले में विभिन्न जगहों पर फंसे हुए 270 से अधिक लोगों को वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया.