काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कुलपति राकेश भटनागर अपने एक बयान को लेकर विवादों में घिर गये हैं. सोशल मीडिया पर वीसी का महामना मदन मोहन मालवीय को लेकर दिया गया विवादित बयान तेजी से वायरल हो रहा है. यहीं नहीं अब इस बयान ने विश्वविद्यालय की दहलीज लाँघकर सियासी रूप ले लिया है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुंदरलाल चिकित्सालय में छात्रों से शुल्क लेने का फरमान जारी किया है. इस फैसले के खिलाफ छात्र लामबन्द हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
शुल्क विवाद के बीच काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न मदन मोहन मालवीय पर बीएचयू के कुलपति प्रफेसर राकेश भटनागर का विवादित बयान सामने आया है. एक छात्र से फोन पर बातचीत के दौरान, बीएचयू के कुलपति राकेश भटनागर ने कहा, 'महामना जी आम के पेड़ तो लगा गए अगर मेरे लिए कुछ रुपये के पेड़ लगा जाते तो हम सब कुछ फ्री कर देते.'
बीएचयू कुलपति ने आगे कहा कि यूजीसी से साल के 60 करोड़ रुपये का बजट मिलता है और विश्वविद्यालय के साल का बिजली बिल 66 करोड़ रुपये का है. कुलपति राजेश भटनागर ने कथित रूप से कहा कि यदि आप सरकार से कहकर बजट 70 करोड़ करा दें तो हम अस्पताल में छात्रों पर लगने वाला शुल्क माफ कर देंगे.
बीएचयू कुलपति के भारत रत्न मदन मोहन मालवीय पर दिए विवादित बयान का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बीएचयू के छात्र अभिषेक सिंह ने बताया कि हेल्थ कार्ड मामले को लेकर छात्रों की ओर से कुलपति से बातचीत के दौरान मालवीय जी को लेकर ये टिप्पणी की गई है. अब इस मामले में कांग्रेस भी कूद पड़ी है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने ट्विटर हैंडल से वीसी के बयान पर कटाक्ष किया है.
वहीं, वीसी राकेश भटनागर के विवादित बयान के खिलाफ गुरुवार को छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा. गुरुवार को सपा, एबीवीपी, एनएसयूआई के अलावा बीएचयू और विद्यापीठ के छात्र संगठन सड़क पर उतर गए हैं. बीएचयू परिसर से लेकर बनारस की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. बिरला छात्रावास के छात्रों ने कुलपति आवास पर पहुंचकर धरना दिया और कुलपति को चूड़ियां भेजी हैं.
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