यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमिन जापारोवा (Emine Dzhaparova) भारत की 4 दिवसीय दौरे पर हैं. यूक्रेन जंग के बाद वहां के किसी मंत्री का यह पहला भारत दौरा है. एमिन जापारोवा ने भारत को पाकिस्तान और चीन को लेकर आगाह किया है. नई दिल्ली में मंगलवार को भारतीय नेताओं को संबोधित करते हुए एमिन जापारोवा ने कहा, 'क्रीमिया प्रकरण भारत के लिए एक सबक है.' क्रीमिया का हवाला देते हुए यूक्रेन की मंत्री ने कहा कि भारत को ऐसे 'लोगों' की पहचान करनी चाहिए, जो अपने एजेंडे को बढ़ाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
क्रीमिया कभी यूक्रेन का हिस्सा था, लेकिन रूस ने 2014 में इसपर कब्जा कर लिया. एमिन जापारोवा ने विश्व मामलों की भारतीय परिषद (ICWA) में राजनयिक कोर, पूर्व दूतों और पत्रकारों से बातचीत में कहा, "भारत उन लोगों को पहचाने, जो अपने एजेंडे को सजामुक्ति के साथ आगे बढ़ाना पसंद करते हैं." उपमंत्री का इशारा भारत के दो पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की तरफ था.
भारत के करीब आना चाहता है यूक्रेन
जापारोवा ने कहा, "मैं एक संदेश के साथ भारत आई हूं. यूक्रेन वास्तव में भारत को अपने करीब लाना चाहता है. हां... हमारे बीच एक इतिहास रहा है. फिर भी हम भारत के साथ एक नया रिश्ता शुरू करना चाहते हैं." उन्होंने आगे कहा, 'भारत के भी चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी हैं. इस लिहाज से देखें तो क्रीमिया प्रकरण भारत के लिए एक सबक है. जब भी कोई आपको दबाए या सताए और अगर उसे रोका न जाए, तो यह और बढ़ता जाता है."
भारत एक वैश्विक नेता और विश्वगुरु
इससे पहले जापारोवा ने भारत एक वैश्विक नेता और विश्वगुरु बताया था. उन्होंने कहा था कि भारत अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने और शांति स्थापना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन चाहता है कि रूस के साथ उसके विवाद को सुलझाने में भारत सक्रिय भूमिका निभाए.
रूस के साथ ऊर्जा संबंधों को किया जिक्र
रूस के साथ भारत के ऊर्जा संबंधों का उल्लेख करते हुए झपारोवा ने कहा, 'यूक्रेन अन्य देशों के साथ अपने आर्थिक संबंधों पर भारत को निर्देश देने की स्थिति में नहीं है. हमें लगता है कि भारत को ऊर्जा के साथ ही सैन्य और राजनीतिक संबंधों में विविधता लाने में व्यावहारिक होना चाहिए.'
पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए उत्सुक
पिछले साल 24 फरवरी को रूस की तरफ से हमला शुरू होने के बाद भारत आने वाली यूक्रेन की पहली नेता जापारोवा ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी को यूक्रेन आने का न्योता पहले से ही दिया गया है. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी भारतीय प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है. हम भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं. हम अपने देश में पीएम मोदी का स्वागत करने लेकर उत्सुक हैं.'
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