दिल्ली के मुख्यमंत्री CM अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ मिलकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. इस मुलाकात में दिल्ली के सन्दर्भ में केंद्र सरकार की ओर से जारी अध्यादेश और विपक्षी एकता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. केजरीवाल ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हमसे वादा किया है कि वे संसद में हमारा समर्थन करेंगे और अगर यह विधेयक (अध्यादेश) संसद में पारित नहीं होता है तो 2024 में मोदी सरकार सत्ता में वापस नहीं आएगी.
पिछले कुछ महीनों में यह दूसरी बार है जब अरविंद केजरीवाल ने मातोश्री आकर उद्धव ठाकरे से मुलाकात की है. दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से जारी अध्यादेश के बाद केजरीवाल विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने इसे लेकर कहा कि जिस दिन फैसला आया, आठ साल की लड़ाई के बाद, उसके आठ दिन के अंदर केंद्र सरकार ने अध्यादेश जारी करके वो सारी शक्तियां वापस ले लीं. जनतंत्र के अंदर जनता की चलनी चाहिए या गवर्नर की? जनता की चलनी चाहिए या केंद्र की? जनतंत्र में चुनी हुई सरकार को शक्ति मिलनी चाहिए, लेकिन उन्होंने सारी शक्तियां छीन ली हैं.
वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि आने वाला वर्ष चुनाव का वर्ष है. इस बार अगर ट्रेन छूट गई तो हमारे देश से प्रजातंत्र गायब हो जाएगा. विपक्ष एक गोलमाल शब्द है. हम सभी देशभक्त हैं, देश प्रेमी हैं और जो लोग प्रजातंत्र हटाना चाहते हैं उन्हें लोकतंत्र विरोधी कहना चाहिए. लोकतंत्र विरोधी लोगों को हटाने और देश को बचाने के लिए हम साथ आए हैं.
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल का मातोश्री का यह दूसरा दौरा है. इससे पहले आदित्य ठाकरे दिल्ली जाकर अरविंद केजरीवाल से मिल चुके हैं. बुधवार को हुई इस बैठक में अध्यादेश के अलावा और भी कई मुद्दों पर चर्चा की गई. आम आदमी पार्टी मुंबई में भी अपने आप को स्थापित करने की कोशिश कर रही है और बीएमसी चुनावों से पहले हुई उद्धव ठाकरे से बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की गई है.
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