नई दिल्ली:
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के बारे में हार्वर्ड विश्वविद्यालय की एक छात्रा द्वारा सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर मंगलवार को की गई एक पोस्ट को अब तक 32,000 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है, क्योंकि इसमें दो ऐसी घटनाओं का ज़िक्र है, जिनकी बदौलत जयललिता उस ऊंचाई तक पहुंच पाईं, जहां वह अपने अंत समय में थीं...
68-वर्षीय जयललिता को मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ चेन्नई के मरीना बीच पर उन्हीं के राजनैतिक गुरु एमजी रामचंद्रन के स्मारक के पास दफनाया गया था... गौरतलब है कि जयललिता ने एमजीआर के साथ बहुत-सी फिल्मों में काम किया, और उन्हीं को जयललिता को राजनीति में लाने का श्रेय दिया जाता है... देश की सर्वाधिक शक्तिशाली राजनेताओं में शुमार की जाने वाली जयललिता को मंगलवार को लाखों समर्थकों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी थी...
चारण्य कन्नन का यह पोस्ट जयललिता के जीवन के उस हिस्से के बारे में है, जिसे लोग कम जानते हैं... इसमें बताया गया है कि कैसे एमजीआर के फिल्म के सेट पर पहुंचते ही सारा क्रू सम्मान में खड़ा हो जाता था, लेकिन एक 16 साल की लड़की अपनी किताब पढ़ती बैठी रहती थी... चारण्य कन्नन के मुताबिक उस लड़की जयललिता का यही 'साहस' उसके राजनैतिक करियर की पहचान बना रहा...
चारण्य लिखती हैं, "ज़ाहिर है, वह प्यारी, बहुमुखी अभिनेत्री थीं, जिन्हें कई नृत्यों में महारत हासिल थी, लेकिन यह उतना ज़ाहिर नहीं है कि वह बेहद पढ़ी-लिखी और हाज़िरजवाब भी थीं... वह प्रखर थीं, और वह यह बात जानती भी थीं..."
इस पोस्ट में वर्ष 1989 की उस घटना का ज़िक्र भी किया गया है, जब तमिलनाडु की विधानसभा में करुणनिधि के बजट का विरोध करने पर जयललिता के साथ कथित रूप से बदतमीज़ी की गई थी, उनके कपड़े फाड़ दिए गए थे, और उनके बाल भी खींचे गए थे... पोस्ट के मुताबिक, "यह संभवतः किसी भी राज्य विधानसभा की कार्यवाही में दर्ज हुई किसी महिला के अपमान की सबसे बड़ी घटना थी... फिर भी वह डटी रहीं... इस घटना के बाद वह पहले से ज़्यादा सतर्क हो गईं... उन्होंने खुद को कपड़ों की कई परतों में ढक लिया, और किसी भी तरह के जेवर पहनना बंद कर दिया... खुद को 'डीसेक्सुअलाइज़' करने में वह कामयाब रहीं, और उन्होंने खुद को 'अम्मा' के रूप में स्थापित कर लिया, जो इस टेस्टॉस्टेरोन-से भरे वातावरण में सम्मान पाने का एकमात्र रास्ता था..."
आइए, आप भी पढ़िए यह फेसबुक पोस्ट...
68-वर्षीय जयललिता को मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ चेन्नई के मरीना बीच पर उन्हीं के राजनैतिक गुरु एमजी रामचंद्रन के स्मारक के पास दफनाया गया था... गौरतलब है कि जयललिता ने एमजीआर के साथ बहुत-सी फिल्मों में काम किया, और उन्हीं को जयललिता को राजनीति में लाने का श्रेय दिया जाता है... देश की सर्वाधिक शक्तिशाली राजनेताओं में शुमार की जाने वाली जयललिता को मंगलवार को लाखों समर्थकों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी थी...
चारण्य कन्नन का यह पोस्ट जयललिता के जीवन के उस हिस्से के बारे में है, जिसे लोग कम जानते हैं... इसमें बताया गया है कि कैसे एमजीआर के फिल्म के सेट पर पहुंचते ही सारा क्रू सम्मान में खड़ा हो जाता था, लेकिन एक 16 साल की लड़की अपनी किताब पढ़ती बैठी रहती थी... चारण्य कन्नन के मुताबिक उस लड़की जयललिता का यही 'साहस' उसके राजनैतिक करियर की पहचान बना रहा...
चारण्य लिखती हैं, "ज़ाहिर है, वह प्यारी, बहुमुखी अभिनेत्री थीं, जिन्हें कई नृत्यों में महारत हासिल थी, लेकिन यह उतना ज़ाहिर नहीं है कि वह बेहद पढ़ी-लिखी और हाज़िरजवाब भी थीं... वह प्रखर थीं, और वह यह बात जानती भी थीं..."
इस पोस्ट में वर्ष 1989 की उस घटना का ज़िक्र भी किया गया है, जब तमिलनाडु की विधानसभा में करुणनिधि के बजट का विरोध करने पर जयललिता के साथ कथित रूप से बदतमीज़ी की गई थी, उनके कपड़े फाड़ दिए गए थे, और उनके बाल भी खींचे गए थे... पोस्ट के मुताबिक, "यह संभवतः किसी भी राज्य विधानसभा की कार्यवाही में दर्ज हुई किसी महिला के अपमान की सबसे बड़ी घटना थी... फिर भी वह डटी रहीं... इस घटना के बाद वह पहले से ज़्यादा सतर्क हो गईं... उन्होंने खुद को कपड़ों की कई परतों में ढक लिया, और किसी भी तरह के जेवर पहनना बंद कर दिया... खुद को 'डीसेक्सुअलाइज़' करने में वह कामयाब रहीं, और उन्होंने खुद को 'अम्मा' के रूप में स्थापित कर लिया, जो इस टेस्टॉस्टेरोन-से भरे वातावरण में सम्मान पाने का एकमात्र रास्ता था..."
आइए, आप भी पढ़िए यह फेसबुक पोस्ट...
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