जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दिखे दो ड्रोन, सेना की फायरिंग के बाद भाग गए. परमंडल चौक के पास
पहला ड्रोन दिखा रात 11:45 बजे और दूसरा ड्रोन दिखा रात 2:40 बजे. सेना के फायर करने के बाद ड्रोन वापस लौट गए. सेना मामले की जांच में जुटी हुई है. इससे पहले जम्मू एयरबेस पर रविवार सुबह ड्रोन से दो धमाके किए गए थे. इस मामले में शक की सुई पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की ओर भी घूम गई है. इसे किसी भी भारतीय सैन्य ठिकाने पर पहला ड्रोन हमला माना जा रहा है. मामले की गंभीरता देखते हुए एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच अपने हाथों में ले ली. जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख का कहना है कि मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. भारतीय वायु सेना भी (IAF) इस घटना से जुड़े पहलुओं की जांच में जुटी है.
जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से हमला : बड़ा सवाल आखिर रडार की नजर से कैसे बचा ड्रोन?
देसी बम भी मिला था
जम्मू एय़र बेस पर ड्रोन हमले के बाद एक अन्य घटना ने पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं. जम्मू के भीड़ भरे इलाके में पुलिस ने एक देसी बम बरामद (Crude Bomb Found) किया है. जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख ने ये जानकारी दी है. जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह (Jammu and Kashmir police chief Dilbagh Singh) ने एनडीटीवी को रविवार को ये जानकारी दी. इससे एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन हमले की जांच का दायरा और बढ़ गया है. सिंह ने कहा कि जम्मू एयरफील्ड में हुए ड्रोन हमले में धमाके के लिए पेलोड का इस्तेमाल किया गया. उसके बाद जम्मू पुलिस ने एक देसी बम बरामद किया है. यह आईईडी एक लश्कर सदस्य के पास से मिला है, जो उसे किसी भीड़ भरे बाजार में रखने वाला था.हालांकि दोनों घटनाओं के बीच कोई संबंध है या नहीं. इस पर उन्होंने अभी कुछ नहीं कहा है.
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