प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) पर बुधवार को कहा कि आज के दौर में प्रासंगिक रहने का अर्थ है - स्किल, री-स्किल और अपस्किल. उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती हुई आज की दुनिया में अनेक सेक्टरों में लाखों कुशल लोगों की जरूरत है. विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं में तो बहुत बड़ी संभावनाएं बन रही हैं. यही समझते हुए अब कौशल विकास मंत्रालय ने दुनिया भर में बन रहे इन अवसरों की मैपिंग शुरू की है. कोशिश यही है कि भारत के युवा को अन्य देशों की जरूरतों के बारे में, उसके संबंध में भी सही और सटीक जानकारी मिल सके.
पीएम मोदी ने कहा कि वर्कर्स के लिए सरकार ने एक पोर्टल तैयार किया है. श्रमिकों के लिए नए अवसरों की मैपिंग की जाएगी. जो कामगार (Workers) गांव वापस गए हैं, उन्हें इससे मदद मिलेगी. इससे नियोक्ता एक क्लिक में ही स्किल्ड मैप वाले वर्कर्स तक पहुंच पाएंगे. उन्होंने जोर दिया कि प्रवासी श्रमिकों का कौशल स्थानीय अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने में भी काफी मददगार होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने इधर बीच भी देखा होगा कि कैसे एक खास कौशल के साथ गांव पहुंचे लोगों ने, गांव का कायाकल्प करना शुरू कर दिया है. कोई स्कूल को पेंट कर रहा है, तो कोई नई डिजाइन के घर बनवा रहा है. छोटी-बड़ी हर तरह की ऐसी ही स्किल, आत्मनिर्भर भारत की भी बहुत बड़ी शक्ति बनेगी.
उन्होंने कहा कि मार्चेंट नेवी में भारतीय नाविकों के लिए बड़े अवसर हैं. भारत की तटरेखा 7000 किलोमीटर से ज्यादा लंबी है. नए अवसरों की मैपिंग करने से युवाओं के लिए अवसर बढ़ेंगे.
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