दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 100 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में कुछ नहीं मिला : पुलिस

दमकल सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें दोपहर बाद भी कॉल आते रहे और दमकल कर्मी अभी क्षेत्र में हैं. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम के कई निजी स्कूलों को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी.

दिल्ली-एनसीआर में कम से कम 100 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, जांच में कुछ नहीं मिला : पुलिस

नई दिल्ली:

दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कम से कम 100 स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद बुधवार को सुबह विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है.

गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह धमकी एक अफवाह प्रतीत होती है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि स्कूलों को जो ईमेल मिला है, वह एक ही स्रोत से भेजा गया है जिसका मकसद दहशत फैलाना था. उन्होंने कहा कि इसके रूस से भेजे जाने का संदेह है.

उन्होंने कहा कि यह भी हो सकता है कि दोषियों ने डार्क नेट का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपा ली हो. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घटना राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी है, इसलिए दिल्ली पुलिस आईपीसी के कड़े प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज कर सकती है.

दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, उसे बुधवार दोपहर 12 बजे तक विभिन्न स्कूलों से ऐसे 97 फोन कॉल आए जिनमें बम रखे होने की धमकी की जानकारी दी गई थी. एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें सुबह छह बजे से ही फोन आने शुरू हो गए थे.

दमकल सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें दोपहर बाद भी कॉल आते रहे और दमकल कर्मी अभी क्षेत्र में हैं. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम के कई निजी स्कूलों को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी.

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि धमकी अफवाह प्रतीत होती है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने उन सभी स्कूलों की गहन जांच की है जहां बम रखे होने की धमकी मिली थी. दिल्ली पुलिस के अनुसार, जांच में कुछ नहीं मिला.

दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा “दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले. दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के अनुसार ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की है.''

पोस्ट में आगे कहा गया है, “कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह अफवाह है. हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें.” दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें संदेह है कि ईमेल किसी एक स्रोत से ही दिल्ली और उससे लगे नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के स्कूलों को भेजा गया.

सूत्रों ने बताया कि सभी स्कूलों को प्राप्त ईमेल एक जैसे हैं. दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अनेक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के लिए भेजे गए ईमेल के स्रोत का पता लगा लिया है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

सक्सेना ने इसी तरह का ईमेल प्राप्त करने वाले मॉडल टाउन के डीएवी स्कूल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बम रखे होने की धमकी वाले ईमेल पर तत्काल कार्रवाई की और बम निरोधक दस्तों और खोजी कुत्तों के साथ स्कूल परिसरों में सघन तलाशी ली.

दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने भी अभिभावकों से न घबराने की अपील करते हुए ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘कुछ स्कूलों को आज सुबह बम रखे होने की धमकी मिली. छात्रों को निकाल लिया गया है और स्कूल परिसरों की दिल्ली पुलिस तलाशी ले रही है. अभी तक किसी स्कूल में कुछ नहीं मिला है.''

उन्होंने कहा, ‘‘हम पुलिस और स्कूलों के साथ सतत संपर्क में हैं. अभिभावकों और नागरिकों से अनुरोध करेंगे कि घबराएं नहीं. स्कूल अधिकारी जरूरत पड़ने पर अभिभावकों से संपर्क करेंगे.'' अनेक विद्यालयों के बाहर अपने बच्चों को लेने पहुंचे माता-पिता परेशान और चिंतित खड़े नजर आए.

कुछ स्कूलों ने जहां अभिभावकों को अपने बच्चों को ले जाने के लिए संदेश भेजे तो कुछ ने उन्हें आश्वासन दिया कि बच्चे सुरक्षित हैं. नोएडा में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पब्लिक स्कूल की नोएडा और ग्रेटर नोएडा स्थित शाखाओं और अन्य स्कूलों को भी धमकी भरे ईमेल भेजे गए.

नोएडा की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘सारे स्कूल सुरक्षित हैं. ‘स्पैम/हॉक्स' मेल पर ध्यान न दें. नोएडा पुलिस की ओर से सभी स्कूल प्रबन्धक/अभिभावक से अपील है कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें.''

नोएडा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) शिवहरि मीणा ने कहा कि जिन स्कूलों को ईमेल मिला था, उन सभी में पूरी तरह जांच की गई और बम की धमकी अफवाह प्रतीत होती है.

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उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह कई स्कूलों को धमकी भरा ईमेल मिला था जिसके बाद पुलिस दलों ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी. जांच में कहीं भी धमकी जैसी कोई बात सामने नहीं आई है और साबित होता है कि ईमेल अफवाह फैलाने के मकसद से भेजा गया था.''



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)