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This Article is From Jul 07, 2013

विस्फोट करने वालों को ढूंढकर सख्त सजा दिलाएंगे : नीतीश कुमार

विस्फोट करने वालों को ढूंढकर सख्त सजा दिलाएंगे : नीतीश कुमार
गया: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके पास हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की निंदा की और कहा कि इन्हें अंजाम देने वालों को ढूंढ़ निकाला जाएगा तथा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि बोधगया पवित्र स्थान है और यहां से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। ऐसी जगह इस प्रकार की घटना को अंजाम देना निंदनीय है। नीतीश ने कहा कि महाबोधि मंदिर को लेकर पहले से भी सतर्कता और एहतियात बरतने की कार्रवाई होती रही है। मंदिर के बाहर सुरक्षा इंतजाम हैं और मंदिर परिसर के अंदर भी सीसीटीवी लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के भीतर चार स्थानों पर विस्फोट हुए हैं। मंदिर परिसर के बाहर भगवान बुद्ध की 80 फुट की प्रतिमा के पास एक बम विस्फोट हुआ है। वहां लगाया गया एक बम फट नहीं सका, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया। नीतीश ने बताया कि एक अन्य बोधि मंदिर जिसमें करमापा रहते हैं, वहां बच्चों के स्कूल के पास दो बम विस्फोट किए गए। उसके आगे एक मैदान में रखा गया एक बम नहीं फटा, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से कुल नौ बम विस्फोट हुए हैं और दो बमों को निष्क्रिय किया गया है।

नीतीश कुमार ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही जिले के सभी अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और घायल हुए दो लोगों को भी अस्पताल जाकर हमने देखा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की छानबीन स्थानीय पुलिस कर रही है। बिहार के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव, विशेष शाखा के अपर पुलिस महानिदेशक और देश के गुप्तचर ब्यूरो के संयुक्त सचिव ने घटनास्थल का मुआयना किया है।

नीतीश ने बताया कि पहले भी महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को निर्देश थे तथा आज की घटना के बाद सुरक्षा और भी सुदृढ़ करने का प्रयास किया जाएगा। केंद्र सरकार से महाबोधि परिसर और उसके समीप स्थित अन्य मंदिरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी जो भी राज्य सरकार के पास सुरक्षा बल है, उसे मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी को और भी कारगर बनाने की कार्रवाई की जाएगी तथा सुरक्षा से जुड़े तमाम पहलुओं पर सभी अधिकारी बैठकर विमर्श करेंगे। एनआईए की टीम भी पहुंच रही है। नीतीश ने कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम विस्फोट स्थल का निरीक्षण कर रही है। एनआईए की टीम यहां पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना करेगी और उनके निरीक्षण के बाद महाबोधि मंदिर को श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए फिर से खोल दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि घटनास्थल का वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान जरूरी है, इसलिए कुछ घंटों के लिए वहां लोगों के जाने पर रोक लगाई गई है। यह पूछे जाने पर कि क्या महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर आईबी द्वारा पूर्व में सूचना दी गई थी, नीतीश ने कहा कि इस अवसर पर वह इतना ही कहेंगे कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले जो लोग होते हैं, उनका एक ही मकसद होता है...समाज में डर का वातावारण पैदा करना।

उन्होंने कहा, हम सभी को एकजुट रहते हुए इस परिस्थिति का मुकाबला करना है तथा इस घटना के बाद और भी जो जरूरी इंतजाम होंगे, वे किए जाएंगे। यह पूछे जाने पर कि वह इसे सुरक्षा में चूक मानते हैं या नहीं, नीतीश ने कहा कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा का इंतजाम पहले से जिस स्तर पर लोगों ने जरूरी समझा, उसका बंदोबस्त किया, पर अब पता लगाया जाना है कि वहां बम रखने में हमलावर कैसे सफल हुए और वे कौन लोग थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सारी स्थिति की समीक्षा कर वहां की और बेहतर सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई जाएगी तथा उस पर महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति गौर करेगी। उन्होंने कहा कि गया के जिलाधिकारी महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष होते हैं और दोरजी साहब इसके सचिव हैं। घटना के समय दोरजी मंदिर परिसर में स्वयं मौजूद थे।

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