राफेल को IAF में शामिल करने का इससे बेहतर समय हो ही नहीं सकता: वायुसेना प्रमुख

पांच राफेल (Rafale) लड़ाकू विमानों की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल हुई.

राफेल को IAF में शामिल करने का इससे बेहतर समय हो ही नहीं सकता: वायुसेना प्रमुख

एक कार्यक्रम करके राफेल विमान का औपचारिक अनावरण किया गया

अंबाला:

पांच राफेल (Rafale) लड़ाकू विमानों की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल हुई. भारतीय वायुसना के प्रमुख आरके एस भदौरिया ने इन विमानों के सेना में शामिल होने के समय को उपयुक्त बताय़ा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए राफेल को वायुसेना में शामिल करने का इससे उपयुक्त समय नहीं हो सकता था. उन्होंने कहा कि अंबाला में राफेल को बल में शामिल करना महत्वपूर्ण, क्योंकि वायु सेना के इस अड्डे से महत्व वाले सभी क्षेत्रों में आसानी से पहुंचा जा सकेगा.

यह भी पढ़ें: IAF की शान राफेल विमान: जानिए, कौनसी खासियत बनाती हैं इसे घातक लड़ाकू विमान

एक कार्यक्रम करके राफेल विमान का औपचारिक अनावरण किया गया. जहां केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस के उनके समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहे. राफेल विमानों को बल के 17वें स्क्वॉड्रन में शामिल करने से पहले उन्हें पानी की बौछारों से पारंपरिक सलामी दी गई.

यह भी पढ़ें:  राफेल की IAF में एंट्री, भारतीय वायुसेना की शान बढ़ाएगा राफेल लड़ाकू विमान

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बताते चलें कि 29 जुलाई को पहली खेप के तहत पांच राफेल विमान भारत लाए गए थे. भारत ने लगभग चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया था. अगले दो सालों में वायुसेना में राफेल के दो स्क्वाड्रन में 36 विमान शामिल होंगे. राफेल का पहला स्क्वाड्रन अंबाला में है. अब दूसरा पश्चिम बंगााल के हाशिमारा में होगा. राफेल अंबाला से पाकिस्तान पर और हाशिमारा से चीन पर नजर रखेगा.