अपने समर्थकों के साथ योगेंद्र यादव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
स्वराज अभियान के सदस्य और आम आदमी पार्टी से बाहर किए गए योगेंद्र यादव को शांति भंग करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार किया था और दिल्ली हाईकोर्ट की कड़ी फटकार के बाद उन्हें करीब 90 और अन्य समर्थकों के साथ रिहा कर दिया गया है। पुलिस ने इसी मामले में आम आदमी पार्टी के दिल्ली के तिमारपुर से विधायक पंकज पुष्कर को भी गिरफ्तार किया था जिन्हें अब पुलिस के अनुसार छोड़ दिया गया है।
इससे पहले मंगलवार सुबह भी पुलिस ने योगेंद्र यादव को मीडिया से बात करने से रोक दिया गया। मिले फुटेज के अनुसार तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें जबरन उठा कर अंदर ले गए। योगेंद्र को सोमवार को जंतर-मंतर से हिरासत में लिया गया था और बाद में उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योगेंद्र यादव का समर्थन किया है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि प्रदर्शन करना किसी भी नागरिका का मौलिक अधिकार है।
पुलिस के मुताबिक धारा 144 लागू होने के कारण लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनको रैली की अनुमति शाम तक की ही मिली थी। वहीं, इस पूरी घटनाक्रम में अपनी बात रखते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि एसएचओ ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। उनका आरोप है कि थाने में उन्हें थप्पड़ भी मारा गया था। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस गुंडागर्दी पर उतारू हैं।
बीती रात दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार हुए योगेंद्र यादव से मिलने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी आए। वहीं योगेंद्र यादव के समर्थकों ने संजय सिंह का विरोध किया और उन्हें वापस लौटने पर मजबूर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि योगेंद्र यादव आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। बाद में मतभेद के कारण योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण सहित कुछ अहम सदस्यों को आम आदमी पार्टी से बाहर कर दिया गया था। योगेंद्र यादव की गिरफ़्तारी के बाद उनके विरोधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है।
इससे पहले मंगलवार सुबह भी पुलिस ने योगेंद्र यादव को मीडिया से बात करने से रोक दिया गया। मिले फुटेज के अनुसार तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें जबरन उठा कर अंदर ले गए। योगेंद्र को सोमवार को जंतर-मंतर से हिरासत में लिया गया था और बाद में उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योगेंद्र यादव का समर्थन किया है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि प्रदर्शन करना किसी भी नागरिका का मौलिक अधिकार है।
पुलिस के मुताबिक धारा 144 लागू होने के कारण लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनको रैली की अनुमति शाम तक की ही मिली थी। वहीं, इस पूरी घटनाक्रम में अपनी बात रखते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि एसएचओ ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। उनका आरोप है कि थाने में उन्हें थप्पड़ भी मारा गया था। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस गुंडागर्दी पर उतारू हैं।
बीती रात दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार हुए योगेंद्र यादव से मिलने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी आए। वहीं योगेंद्र यादव के समर्थकों ने संजय सिंह का विरोध किया और उन्हें वापस लौटने पर मजबूर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि योगेंद्र यादव आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। बाद में मतभेद के कारण योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण सहित कुछ अहम सदस्यों को आम आदमी पार्टी से बाहर कर दिया गया था। योगेंद्र यादव की गिरफ़्तारी के बाद उनके विरोधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है।
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