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खास बातें
- पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले को लेकर कांग्रेस के भीतर ही हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पार्टी के आंध्र तथा रायलसीमा क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले सात सांसदों, एक राज्य मंत्री तथा विधायकों ने इन संकेतों के बीच इस्तीफा दे दिया है कि कुछ और नेता इस स
नई दिल्ली/हैदराबाद: पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले को लेकर कांग्रेस के भीतर ही हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पार्टी के आंध्र तथा रायलसीमा क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले सात सांसदों, एक राज्य मंत्री तथा विधायकों ने इन संकेतों के बीच इस्तीफा दे दिया है कि कुछ और नेता इस सूची में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि पार्टी चार केंद्रीय मंत्रियों को इस्तीफे जैसा कदम उठाने से रोकने में मनाने में सफल रही है। मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू उन मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन उन्हें पद पर बने रहने को कहा गया है।
मंगलवार को लिए गए पार्टी के फैसले से नाराज आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों के सात कांग्रेसी सदस्यों और चार मंत्रियों ने बीती देर रात तेलंगाना के फैसले के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए लंबी बैठक की थी।
इसके बाद छह लोकसभा सदस्य और एक राज्यसभा सदस्य सुबह संसद गए और उन्होंने अपने इस्तीफे सौंप दिए। जिन लोकसभा सदस्यों ने अपने इस्तीफे दिए हैं उनमें ए साई प्रताप (राजमपेट निर्वाचन क्षेत्र), अनंत वेंकटरामी रेड्डी (अनंतपुर), सीवी हषर्कुमार (अमालपुरम- सुरक्षित), वुंडापल्ली अरुण कुमार (राजामुंदरी), लगड़पति राजगोपाल (विजयवाड़ा) और एसपीवाई रेड्डी (नंदयाल) शामिल हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे लोकसभा महासचिव टीके विश्वनाथन को सौंप दिए।