विज्ञापन
This Article is From Oct 09, 2018

तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक गिरफ्तार, स्टालिन बोले- गिरफ्तारी सही नहीं है

एक तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. हवाईअड्डा के अधिकारियों ने बताया कि तमिल साप्ताहिक ‘नक्कीरन’ के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार आर. गोपाल को पुलिस ने हवाईअड्डा से गिरफ्तार किया.

तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक गिरफ्तार, स्टालिन बोले- गिरफ्तारी सही नहीं है
तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक गिरफ्तार
नई दिल्ली: एक तमिल साप्ताहिक पत्रिका के संपादक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. हवाईअड्डा के अधिकारियों ने बताया कि तमिल साप्ताहिक ‘नक्कीरन’ के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार आर. गोपाल को पुलिस ने हवाईअड्डा से गिरफ्तार किया. वह पुणे जा रहे थे. साप्ताहिक की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि राज भवन की शिकायत पर गोपाल को गिरफ्तार किया गया है.  चेन्नई में द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि आर. गोपाल (तमिल पत्रिका नक्कीरन के मुख्य संपादक) की गिरफ्तारी सही नहीं है. मैं पूछता हूं कि क्यों बीजेपी नेता एच.राजा ने अतीत में दिए गए उत्तेजक भाषण दिए जाने के मामले में अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया? अभी तक एसवीई शेखर क्यों मुक्त है ?

मंत्रियों और फिल्मी सितारों से अवार्ड लेने पहुंचे कई डॉक्टर, मंच पर मिला एक लोकल गायक!
 
आपको बता दें कि यह शिकायत विरूधुनगर स्थित एक निजी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर निर्मला देवी के संबंध में एक लेख को लेकर थी. निर्मला देवी को अधिकारियों की यौन तुष्टि के लिए छात्राओं को कथित रूप से उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. गोपाल की गिरफ्तारी के कारणों पर पुलिस अधिकारियों ने अभी तक कुछ नहीं कहा है.     इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए राज भवन के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका.     

कारोबारी पिता की हत्या कराने का आरोपी कलयुगी बेटा गिरफ्तार

एमडीएमके चीफ वाइको ने कहा कि मैंने उनसे मिलने की अनुमति मांगी लेकिन पुलिस मुझे अनुमति नहीं दे रही है. यह गिरफ्तारी स्वतंत्र पत्रकारों की ओर अधिकारियों के खतरनाक दृष्टिकोण को दर्शाती है. क्या राज्य में गवर्नर का शासन है? मैं राज्य सरकार को दोषी ठहराता हूं. 

शारीरिक संबंध बनाने से इनकार करने पर विवेक विहार में हुई थी महिला की हत्या

कमल हासन ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता लोकतंत्र की सच्ची भावना की सुरक्षा का मुख्‍य बिंदु है. असंतुलन को शांत करने पर एक औपनिवेशिक कानून का एक संशोधित संस्करण इस्तेमाल किया जा रहा है. जब अभिव्‍यक्ति की आजादी कम हो जाती है तो यह मीडिया है जो इस तरह की कमी को सुधारने की ज़िम्मेदारी होती है. 
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com