नई दिल्ली:
कर्नाटक के रेड्डी बंधुओं, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का झगड़ा अब सामने आ गया है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने आउटलुक मैगज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में यह कहकर हैरान कर दिया है कि कर्नाटक में रेड्डी बंधुओं को बढ़ावा देने वाले अरुण जेटली, अनंत कुमार और वेंकैया नायडू हैं। ये वही रेड्डी बंधु हैं जिन्हें सुषमा स्वराज का करीबी माना जाता है। उनके मुताबिक वह इन्हें मंत्री बनाने के खिलाफ थी लेकिन जेटली, नायडू और अनंत कुमार ने राजनीतिक मजबूरी के तहत इन्हें मंत्री बनाया। अपने साक्षात्कार में स्वराज ने कहा, 'मेरा पाप सिर्फ इतना है कि 2009 में कर्नाटक सरकार के संकट के वक्त तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह और प्रभारी अरुण जेटली के कहने पर रेड्डी बंधुओं से बात की थी। मेरा तब का उनके साथ का फोटो हर जगह छपता है और ऐसा दिखाया जाता है जैसे मैं उनकी संरक्षक हूं।' सुषमा के मुताबिक़ उन्हें नहीं लगता कि पार्टी में ऐसे लोग हैं जो उनके खिलाफ हैं लेकिन ऐसे लोग होते हैं जो आपसे ईर्ष्या रखते हैं और जो आपकी तरक्की को नहीं देख सकते। स्वराज ने बताया, 'पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह थे और अरुण जेटली उस समय प्रभारी थे। इन दोनों ने मिलकर कहा कि अगर आप बेल्लारी भाइयों से बात कर लें और ये सरकार बच जाए तो हमारी दक्षिण भारत की पहली सरकार है यह रह जाएगी। तब इनके कहने पर मैंने उनसे बात की।'
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