सुशील कुमार शिंदे का फाइल फोटो
शोलापुर:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के प्रमुख पदों तक पहुंचने में पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के प्रयासों की रविवार को प्रशंसा की. जिन्होंने अपने सफर में कठिन परिस्थिति को पार किया. मुखर्जी ने कहा कि अति सामान्य पृष्ठभूमि और बिना किसी कटुता के बाधाओं को पार कर वह देश के सर्वोच्च पदों पर पहुंचे. इस लिहाज से शिंदे की कहानी निश्चित ही भारत की कहानी है.
वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता के 75वें जन्मदिन पर उनके पैतृक शहर पश्चिमी महाराष्ट्र के शोलापुर में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे. राष्ट्रपति ने शिंदे के जीवन को अधिकार संपन्न, समर्थ और प्रगतिशील लोकतांत्रिक भारत का बेहतरीन उदाहरण बताया.
शिंदे के सार्वजनिक अभिनंदन के मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राकांपा प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे. शिंदे ने राजनीतिक क्षेत्र में अपनी कामयाबी का श्रेय शोलापुर के लोगों को दिया.
पवार जब मुख्यमंत्री थे, उस समय शिंदे राज्य कैबिनेट में मंत्री थे. पवार ने कहा कि शिंदे को जो भी जिम्मेदारियां दी गयीं, उन्होंने उसका पूरी तरह से कार्यान्वयन किया.
फडणवीस ने अपने भाषण में कहा कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को शिंदे के कार्यकाल में फांसी दी गई जब वह गृह मंत्री थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता के 75वें जन्मदिन पर उनके पैतृक शहर पश्चिमी महाराष्ट्र के शोलापुर में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे. राष्ट्रपति ने शिंदे के जीवन को अधिकार संपन्न, समर्थ और प्रगतिशील लोकतांत्रिक भारत का बेहतरीन उदाहरण बताया.
शिंदे के सार्वजनिक अभिनंदन के मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राकांपा प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे. शिंदे ने राजनीतिक क्षेत्र में अपनी कामयाबी का श्रेय शोलापुर के लोगों को दिया.
पवार जब मुख्यमंत्री थे, उस समय शिंदे राज्य कैबिनेट में मंत्री थे. पवार ने कहा कि शिंदे को जो भी जिम्मेदारियां दी गयीं, उन्होंने उसका पूरी तरह से कार्यान्वयन किया.
फडणवीस ने अपने भाषण में कहा कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को शिंदे के कार्यकाल में फांसी दी गई जब वह गृह मंत्री थे.
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