पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने एलओसी के पास जाकर बालाकोट (Balakot) में जबर्दस्त कार्रवाई की है. कुल छह आतंकी ठिकानों पर एक हजार किलो के बम गिराए. इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप के तबाह होने की खबर है. दरअससल, पाकिस्तान में जैश का सबसे बड़ा आतंकी कैंप बालाकोट में ही है. वही बालाकोट जो पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तून इलाक़ा में आता है. यह इलाका पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के क्षेत्र में पड़ता है. जैश के इस सबसे बड़े आतंकी कैंप को यूसुफ़ अज़हर ही चलाता था. सेना और भारतीय खुफिया एजेंसियों को बालाकोट के इस कैंप के बारे में काफी समय से जानकारी थी. 1999 में कंधार में विमान का अपहरण करने वाले आतंकियों की सूची में युसुफ अजहर का भी नाम था. वह जैश चीफ मसूद अज़हर का रिश्तेदार में साला बताया जाता है. 2002 में भारत की ओर से पाकिस्तान को सौंपी गई भगोड़ों की लिस्ट में भी उसका नाम शामिल था. इंटरपोल को भी विमान अपहरण और कई हत्याओं में उसकी तलाश रही.
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खुद विदेश सचिव वीके गोखले ने इस बात की पुष्टि की भारत को खुफिया एजेंसियों ने बालाकोट में आतंकी ठिकाने संचालित होने की जानकारी दी थी. यह भी पता चला कि वहां आतंकियों की ट्रेनिंग हो रही है और आतंकी भारत पर फिर से फिदायीन हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. जिसके कारण भारत ने आत्मरक्षा में काउंटर टेरर करते हुए आतंकी कैंपों पर हमला किया. विदेश सचिव ने यह साफ कर दिया कि यह सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि काउंटर टेरर अटैक था. भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि नागरिकों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे, इसका ध्यान रखते हुए कार्रवाई की गई. उधर भारत ने बालाकोट में कार्रवाई के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, रूस, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों को भी सूचित किया और बताया कि सिर्फ दो मिनट की कार्रवाई हुई.
वीडियो- भारतीय वायुसेना ने आतंकी कैंपो पर हमला कर किया तबाह
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