- आंध्र के श्रीकाकुलम जिले में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भारी भीड़ के कारण भगदड़ में 9 श्रद्धालुओं की मौत.
- मृतकों में आठ महिलाएं और एक 12 वर्षीय बच्चा शामिल हैं, जबकि करीब पंद्रह लोग घायल हुए हैं.
- मंदिर निर्माणाधीन था और केवल एक ही प्रवेश-निकास मार्ग था जिससे भीड़ नियंत्रण में असफलता हुई.
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में आज सुबह एक नवनिर्मित मंदिर में मची भगदड़ में नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई और करीब पंद्रह घायल हो गए. मृतकों में कम से कम आठ महिलाएं और एक बच्चा शामिल है. हादसा श्रीकाकुलम जिले के पलासा में कासीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुआ. हादसा अचानक से मंदिर परिसर में एकादशी के मौके पर भारी भीड़ उमड़ने से हुआ.
सीएम ने जताया दुख
घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर प्रशासन पर आरोप लगाया है कि आयोजकों ने पुलिस या स्थानीय अधिकारियों को इस घटना की सूचना नहीं दी. उन्होंने कहा, 'अगर उन्होंने हमें सूचित किया होता तो हम पुलिस सुरक्षा प्रदान करते और भीड़ को नियंत्रित करते. नौ लोगों की मौत हो गई जो परेशान करने वाली हैं .' 'मिनी तिरुपति' के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर निजी स्वामित्व वाला है. इसका प्रबंधन सरकारी धर्मस्व विभाग द्वारा नहीं किया जाता है.
भीड़ बिगड़ी स्थिति
सरकारी सूत्रों ने बताया कि मंदिर में निर्माण कार्य अभी भी चल रहा था और प्रवेश-निकास का केवल एक ही रास्ता था और भारी भीड़ ने स्थिति बिगाड़ दी. सरकार ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच राज्य सरकार में मंत्री नारा लोकेश, केंद्रीय विमानन मंत्री और श्रीकाकुलम संसद राममोहन नायडू सहित राज्य के कृषि मंत्री अच्छन नायडू ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घायलों की पड़ताल की है.
पीएम मोदी ने किया राहत का ऐलान
श्रीकाकुलम के पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने बताया, 'नौ लोगों की मौत हुई है. एक व्यक्ति की हालत गंभीर है. उसकी मौत नहीं हुई है. 12 साल के एक लड़के की मौत हुई है. बाकी सभी मृतक महिलाएं हैं. यह एक निजी मंदिर है. यह कोई सरकारी मंदिर नहीं है. इसका निर्माण हाल ही में हुआ है.' काशीबुग्गा उपमंडल प्रभारी डीएसपी लक्ष्मण राव ने बताया कि भगदड़ सुबह करीब 11:30 बजे काशीबुग्गा शहर के वेंकटेश्वर मंदिर में हुई. रेड्डी ने कहा कि हादसा सीढ़ियों के पास लगी लोहे की ग्रिल के गिरने से हुआ, जिसके बाद लोग डर गए और उन्हें लगा कि कुछ गिर रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 2,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.
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