
उत्तर प्रदेश विधानपरिषद में आज फिर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने महाकुंभ और औरंगजेब को लेकर विपक्षी दलों को घेरा. सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा कि पूरी दुनिया महाकुंभ की तारीफ कर रही है पर कुछ लोग यूं ही आरोप लगा रहे हैं. महाकुंभ ऐसा पहला आयोजन है, जिसे दुनिया के मीडिया ने सराहा है. जिसने जाकर महाकुंभ के दर्शन किए. इस पूरे महाकुंभ के भव्य आयोजन में जो भी सहभागी बना होगा, उसके बारे में वहीं चर्चा कर पाएगा.
औरंगजेब को लेकर क्या बोले सीएम योगी
यूपी सीएम ने कहा कि भारत की विरासत को कोसना समाजवादी पार्टी की आदत है. दुर्भाग्य है कि उन्होंने औरंगेजब को आदर्श माना है. औरंगजेब का पिता शाहजहां अपनी जीवनी में लिखता है खुदा करे ऐसा कमबख्त किसी को पैदा न हो. उसने आगरा के किले में अपने बाप को कैद करके रखा. एक एक बूंद के लिए तरसा के रखा. औरंगजेब की तारीफ करने वालों को शाहजहां को पढ़ना चाहिए. भारत पर हमला करने वाला धर्मांध और दुर्दांत शासक को समाजवादी पार्टी आदर्श मानती है. कोई सभ्य मुसलमान भी अपने पुत्र का नाम औरंगजेब नहीं रखता है. औरंगेजब को कोसते हुए उसने लिखा कि तुमसे अच्छा तो यह हिंदू है जो जीते जी तो अपने मां-बाप की सेवा करता है और मरने के बाद उनका तर्पण करता है. उस कमबख्त को पार्टी से निकालो. उसे यूपी भेज दो बाकी उपचार हम करवा देंगे.
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सीएम योगी
महाकुंभ की निंदा कर रहे लोगों की राय बदली
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ की निंदा कर रहे लोगों की राय बदल गई है. वे अब तारीफ कर रहे हैं. यूपी में मां गंगा 1 हजार किलोमीटर तय करती है. बिजनौर से बलिया तक कानुपर प्रदूषण का क्रिटिकल पॉइंट था. 125 सालों से सीसामऊ में चार करोड़ लीटर सीवर गंगाजी में उड़ेला जाता है. पीएम मोदी की नमामि गंगा योजना की बदौलत यह सीवर पॉइंट अब सेल्फी पॉइंट में बदल गया है.
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यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ
यह काशी है, सबको गले लगाना जानता है
इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी से लेकर 27-28 फरवरी तक पूरी काशी पैक थी. 5 लाख से 25 लाख तक श्रद्धालु वहां हर दिन दर्शन करते थे. काशी के लोगों का धैर्य अभिनंदन का पात्र है. उन्होंने 150 दिनों तक आने जाने के साधन बंद रहने पर भी धैर्य के साथ लोगों का सत्कार किया. यह काशी है. सबको गले लगाना जानता है.
सुधीश पचौरी के लेख का किया जिक्र
सीएम योगी ने आलोचक सुधीश पचौरी का जिक्र करते हुए कहा कि ये संघ विचारधारा के नहीं है और न ही बीजेपी से उनका कोई ताल्लुक नहीं है. बल्कि वो तो हमारी आलोचना के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने महाकुंभ के बारे में लिखा कि समाज अपने अनुभवों में जीता है. उन्होंने लिखा कि 45 दिनों में हर दिन एक से डेढ़ करोड़ की संख्या में आते ही संगम में आस्था की डुबकी लगाते और उतनी ही शांति से वापस जाती भीड़ ने अपने अच्छे व्यवहार से दुनिया को आकर्षित किया.
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