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This Article is From Nov 05, 2019

शिवसेना नेता ने RSS प्रमुख को लिखा खत, महाराष्ट्र में दखल दीजिए, ताकि BJP मान जाए

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के करीबी माने जाने वाले शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने खत लिखकर RSS के सरसंघचालक (प्रमुख) मोहन भागवत से दखल देने का आग्रह किया है, और आरोप लगाया है कि BJP 'गठबंधन धर्म' का पालन नहीं कर रही है.

शिवसेना नेता ने RSS प्रमुख को लिखा खत, महाराष्ट्र में दखल दीजिए, ताकि BJP मान जाए
RSS के सरसंघचालक (प्रमुख) मोहन भागवत.
मुंबई:

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना के बीच सत्ता के 50-50 बंटवारे को लेकर गतिरोध बरकरार है, जिसे खत्म करने में मदद के लिए शिवसेना ने BJP के वैचारिक संरक्षक माने जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से गुहार लगाई है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के करीबी माने जाने वाले शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने खत लिखकर RSS के सरसंघचालक (प्रमुख) मोहन भागवत से दखल देने का आग्रह किया है, और आरोप लगाया है कि BJP 'गठबंधन धर्म' का पालन नहीं कर रही है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद से ही शिवसेना दावा करती आ रही है कि BJP ने चुनाव से पहले सत्ता के 50-50 बंटवारे पर सहमति व्यक्त की थी. शिवसेना के अनुसार, इसका अर्थ यह है कि मुख्यमंत्री तथा मंत्रिमंडल के आधे पद बारी-बारी दोनों पार्टियों को हासिल होंगे.

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मोहन भागवत को लिखे खत में किशोर तिवारी ने कहा है कि राज्य की जनता ने BJP-शिवसेना गठबंधन के पक्ष में जनादेश दिया है. लेकिन BJP द्वारा 'गठबंधन धर्म' का पालन नहीं करने की वजह से महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन में विलंब हो रहा है. खत के अनुसार, इसीलिए, RSS को 'दखल देना चाहिए और मुद्दे को हल करना चाहिए...'

RSS की ओर से खत का कोई जवाब अभी सामने नहीं आया है.

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24 अक्टूबर को हुई मतगणना के बाद ही गठबंधन के दोनों सहयोगी दलों के बीच गतिरोध बना हुआ है. शिवसेना ने अपनी मांग से पीछे हटने से इंकार कर दिया है, जबकि BJP स्पष्ट रूप से कह चुकी है कि वह शीर्ष पद का बंटवारा नहीं करेगी. अपने मुखपत्र 'सामना' में शिवसेना ने घोषणा कर दी है कि उन्होंने 2014 में BJP की शर्तें मान ली थीं, लेकिन इस बार वह 'नहीं झुकेगी...'

BJP की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिलने से नाराज़ शिवसेना ने यहां तक घोषणा कर दी कि वह सरकार बनाने के लिए शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस के साथ जाने के लिए भी तैयार है.

BJP ने तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई बैठक के बाद भी कोई जवाब नहीं दिया. सोमवार सुबह हुई बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में जल्द से जल्द सरकार गठित किए जाने की ज़रूरत है, और ऐसा होगा.

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इस बारे में एक शब्द भी नहीं कहा गया कि BJP ऐसा किस प्रकार करेगी. इस मुद्दे पर शिवसेना से बातचीत के बारे में भी कुछ नहीं बताया गया.

महाराष्ट्र में सरकार गठन की अंतिम तारीख बेहद करीब आ चुकी है - महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म होने जा रहा है.

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288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में BJP-शिवसेना गठबंधन को कुल 161 सीटों पर जीत हासिल हुई है.

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी राज्य में शिवसेना के साथ किसी भी समझौते के खिलाफ बताई जाती हैं, हालांकि माना जा रहा है कि राज्य में उन्हीं की पार्टी के नेता और सहयोगी शरद पवार किसी भी तरह BJP को सत्ता से दूर रखने के लिए कोई समझौता करने पर सहमत हो सकते हैं.

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