बचाव में उतरे शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा को बताया- जांचा-परखा बुद्धिमान व्यक्ति

शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि यशवंत सिन्हा एक सच्चे नेता, जांचे-परखे बुद्धिमान शख़्स हैं, जिन्होंने ख़ुद को सबसे बेहतरीन और सफलतम वित्त मंत्री के तौर पर साबित किया है.

बचाव में उतरे शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा को बताया- जांचा-परखा बुद्धिमान व्यक्ति

शत्रुघ्न सिन्हा ने किया यशवंत सिन्हा का बचाव

खास बातें

  • यशवंत एक सच्चे नेता और जांचे-परखे बुद्धिमान शख़्स हैं
  • यशवंत ने खुद को सफलतम वित्तमंत्री के तौर पर साबित किया
  • उनकी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए
नई दिल्ली:

मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर अब भीतर से ही हमला शुरू हो गया है. अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि अर्थव्यवस्था की जो हालत है, उसमें चुप रहना देश के लिए ख़तरनाक होगा. उन्होंने कहा कि अरुण जेटली लोगों को क़रीब से गरीबी दिखाने पर तुले हैं. उनके लेख के बाद बीजेपी में चर्चाएं शुरू हो गईं और उनका साथ देने के लिए बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा एक बार फिर पार्टी लाइन से अलग ट्वीट किया.

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शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि यशवंत सिन्हा एक सच्चे नेता, जांचे-परखे बुद्धिमान शख़्स हैं, जिन्होंने ख़ुद को सबसे बेहतरीन और सफलतम वित्त मंत्री के तौर पर साबित किया है. उन्होंने भारत की आर्थिक स्थिति का आइना दिखाया है और बिल्कुल सही बात कही है. मिस्टर सिन्हा हमेशा सोच समझ कर बोलते हैं और उनकी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए.

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इससे पूर्व एक अंग्रेजी अखबार में लिखे लेख में यशवंत सिन्हा ने नोटबंदी ने गिरती जीडीपी को और कमजोर करने में अहम भूमिका अदा की. तंज कसते हुए सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को काफी करीब से देखा है, अब जिस तरीके से उनके वित्त मंत्री काम कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि वे सभी भारतीयों को गरीबी पास से दिखाएं. आज के समय में न ही नौकरी मिल रही है और न ही विकास तेज़ हो रहा है, जिसका सीधा असर इन्वेस्टमेंट और जीडीपी पर पड़ा है.

यशवंत सिन्हा के मुताबिक- सरकार ने जीएसटी को जिस तरह लागू किया उसका भी नकारात्मक असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. जीडीपी अभी 5.7 फीसदी है, जबकि सरकार ने 2015 में जीडीपी तय करने का तरीका बदला था. अगर पुराने नियमों के हिसाब से देखा जाए तो आज जीडीपी 3.7 फीसदी है. यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि अरुण जेटली अभी तक इस सरकार में सबसे बड़ा चेहरा रहे हैं.कैबिनेट में नाम तय होने से पहले ही उनका नाम तय था कि जेटली वित्तमंत्रालय संभालेंगे. लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद उन्हें मंत्री बनने से कोई नहीं रोक पाया. सिन्हा ने कहा कि इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जसवंत सिंह और प्रमोद महाजन भी वाजपेयी के करीबी थे, लेकिन इसके बाद भी उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था. लेकिन जेटली को वित्त मंत्रालय के साथ ही रक्षा मंत्रालय भी मिला.


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