पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी पद्मश्री के लिए चुने जाने को लेकर राजनीतिक बहस का केंद्र बना हुआ है. एक ओर सत्तारूढ़ भाजपा और लोजपा ने उन्हें इस पुरस्कार के लिए सर्वाधिक योग्य करार दिया, वहीं दूसरी ओर विपक्षी कांग्रेस ने पुरस्कार दिए जाने के आधार पर सवाल उठाए और राकांपा ने इसे अपमान बताया. राजनीतिक दलों में 2016 में भारतीय नागरिक बने सामी के भारत में योगदान को लेकर बहस छिड़ गयी. सामी ने इस पुरस्कार के लिए उन्हें चुने जाने को लेकर रविवार को आभार व्यक्त किया था और अपने आलोचकों पर भी निशाना साधा.
संबित पात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि इतालवी तानाशाह मुसोलिनी और जर्मनी के हिटलर के शासन से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पिता जुड़े हुए थे. उन्होंने सामी के पिता की पृष्ठभूमि पाकिस्तानी वायुसेना के एक अधिकारी की होने को लेकर आलोचना का जवाब देने की कोशिश के तहत यह बात कही. उन्होंने कहा कि यदि उनके (सामी के) पिता की पृष्ठभूमि को कुछ उदारवादियों द्वारा उनके खिलाफ रखा जाता है और विपक्षी दल उन्हें पद्म पुरस्कार देने की आलोचना करता है, तब कांग्रेस को यह जवाब देना चाहिए कि (सोनिया) गांधी को भारतीय नागरिकता क्यों दी गई? गांधी परिवार पर भाजपा के इस आरोप पर कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पात्रा ने कहा, ‘‘अदनान सामी अत्यधिक हकदार हैं और उन्हें उनकी काबिलियत को लेकर पद्मश्री दिया गया. वह न सिर्फ एक मशहूर गायक हैं बल्कि दुनिया के सर्वाधिक तेज पियानोवादक और विश्व भर में वाहवाही बटोरने वाले संगीतकार हैं.''
उन्होंने कहा कि सामी एल्टन जॉन, मडोना और रोलिंग स्टोन की तरह वेम्बली स्टेडियम में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं. पात्रा ने कहा कि सामी ने 2003 के विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक गीत गाया था जबकि उस वक्त वह एक पाकिस्तानी नागरिक थे. उन्हें पहले भी संगीत पुरस्कार दिया जा चुका है और कांग्रेस के कई नेताओं ने भारत में उनकी नागरिकता अर्जी का समर्थन किया था. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए जम्मू निवासी के रूप में सामी की मां नौरीन खान की पृष्ठभूमि का भी जिक्र किया. पात्रा ने कहा कि क्या यह पार्टी (कांग्रेस) इस क्षेत्र की मुस्लिम महिलाओं का सम्मान नहीं करती है.
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भाजपा सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने गायक अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि गायक ने अपनी प्रतिभा से भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है. लोक जनशक्ति पार्टी के नेता ने इस फैसले की निंदा किए जाने को गलत ठहराते हुए कहा, ‘‘सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, उन्हें 2016 में भारतीय नागरिकता दी गई थी. उन्होंने अपनी प्रतिभा से भारत की प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़ाया है. मैं पद्मश्री से सम्मानित किए जाने पर उन्हें बधाई देता हूं.''
पासवान ने कहा, ‘‘प्रसिद्ध गायक को पुरस्कार दिए जाने का विरोध करने वालों को भारतीय नागरिकता कानून की जानकारी नहीं है. भारतीय नागरिकता का धर्म से कोई संबंध नहीं है. नागरिकता कानून की आवश्यक शर्तों को पूरा करने वाला हर व्यक्ति भारतीय नागरिक बन सकता है.''
बता दें कि कई आलोचकों ने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ने वाले पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट के बेटे सामी को सम्मानित करने को लेकर सरकार पर सवाल उठाए. पार्टी ने सामी को पद्मश्री के लिए चुने जाने के फैसले की आलोचना करने को लेकर विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि वे सिर्फ उन मुसलमानों को पसंद करते हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सेना, उच्चतम न्यायालय और देश के लोकतंत्र की आलोचना करते हैं. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया, ‘‘वे (विपक्षी पार्टियां) देशद्रोहियों को स्वीकार करते हैं और अच्छे मुसलमानों से किनारा करते हैं.''
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं