मु्ंबई:
पुणे से 35 किलोमीटर दूर स्थित कुले गांव का साधना हाई स्कूल 'शिक्षा की ओर' की सोच को सार्थक करता है। कुले एक पहाड़ी इलाका है, जहां समाज का वो तबका रहता है, जिसे आसानी से शिक्षा उपलब्ध नहीं है। साधना हाई स्कूल के शिक्षक, इन परिवारों के बच्चों को रोज़ाना उनके घरों से स्कूल तक लाते हैं।
साधना इंग्लिश स्कूल 2009 में शुरू हुआ। शुरुआती बैच में 65 बच्चे थे। छठी कक्षा तक का यह स्कूल पिछले 6 सालों से बच्चों को उनके घरों से स्कूल लाने का काम कर रहा हैं।
इस स्कूल में लड़कियों की शिक्षा का खास ख्याल रखा जाता है। अगर एक परिवार से एक लड़का और एक लड़की स्कूल में पढ़ हैं हो तो लड़की की शिक्षा मुफ़्त कर दी जाती है।
साधना आर्गेनाईजेशन की ट्रस्टी मेघा टेंगसे का कहना है कि ये परिवार तेज़ी से मुंबई और पुणे जैसे शहरों की तरफ जा रहे हैं। ऐसे में इन परिवार के बच्चों को इन शहरों की जिंदगी के लिए तैयार करना जरूरी हैं। ऐसे में इन बच्चों के लिए अंग्रेजी शिक्षा उपलब्ध कराना जरूरी है।
साधना इंग्लिश स्कूल 2009 में शुरू हुआ। शुरुआती बैच में 65 बच्चे थे। छठी कक्षा तक का यह स्कूल पिछले 6 सालों से बच्चों को उनके घरों से स्कूल लाने का काम कर रहा हैं।
इस स्कूल में लड़कियों की शिक्षा का खास ख्याल रखा जाता है। अगर एक परिवार से एक लड़का और एक लड़की स्कूल में पढ़ हैं हो तो लड़की की शिक्षा मुफ़्त कर दी जाती है।
साधना आर्गेनाईजेशन की ट्रस्टी मेघा टेंगसे का कहना है कि ये परिवार तेज़ी से मुंबई और पुणे जैसे शहरों की तरफ जा रहे हैं। ऐसे में इन परिवार के बच्चों को इन शहरों की जिंदगी के लिए तैयार करना जरूरी हैं। ऐसे में इन बच्चों के लिए अंग्रेजी शिक्षा उपलब्ध कराना जरूरी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं