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लाल किला ब्लास्ट के बीच महाराष्ट्र में बम की धमकी और ट्रेन में लिखा मिला “ISI-पाकिस्तान जिंदाबाद”

दिल्ली विस्फोट से जुड़े जैश मॉड्यूल की जांच में खुलासा हुआ है कि जैश के आतंकी डॉ. उमर और आमिर ने दिल्ली से दो और कारें मंगवाई थीं. इन कारों का इस्तेमाल आतंकी साजिश में किया जा सकता था.

लाल किला ब्लास्ट के बीच महाराष्ट्र में बम की धमकी और ट्रेन में लिखा मिला “ISI-पाकिस्तान जिंदाबाद”
  • भुसावल रेलवे स्टेशन पर महानगरी एक्सप्रेस में बम की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया
  • ट्रेन के एक कोच के शौचालय में पाकिस्तान जिंदाबाद और आईएसआई का संदिग्ध संदेश मिलने के बाद जांच की गई
  • रेलवे सुरक्षा बल ने पुष्टि की कि बम की सूचना अफवाह थी और ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया
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राजधानी दिल्ली के लाल किला में हुए बम धमाके के बाद महाराष्ट्र में भी हाई अलर्ट है और इसी बीच महानगरी एक्सप्रेस में बम की सूचना मिली. सूचना मिलते ही महाराष्ट्र के भुसावल रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया. तुरंत रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी और स्थानीय पुलिस हरकत में आई. ट्रेन के पहुंचते ही डॉग स्क्वाड की मदद से हर डिब्बे की चप्पे-चप्पे पर सघन तलाशी ली गई, लेकिन कई घंटों की जांच के बाद भी गाड़ी में कोई भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक नहीं मिला. 

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देश में कितने गद्दार

ट्रेन के एक कोच के शौचालय में हाथ से लिखा एक संदिग्ध संदेश मिला, जिसमें "पाकिस्तान जिंदाबाद" और आतंकी संगठन 'आईएसआई' का जिक्र था, साथ ही गाड़ी में बम होने की धमकी दी गई थी. पूरी जांच के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने पुष्टि की कि यह एक अफवाह या शरारत थी, जिसके बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया. हालांकि, इससे ये साबित होता है कि कुछ लोगों के लिए देश की सुरक्षा भी मजाक है. वो इस तरह की हरकते कर एक तरह से देश के साथ गद्दारी करते हैं.

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सोपोर में तलाशी अभियान

इस बीच, सोपोर पुलिस ने आज सोपोर में कई स्थानों पर सिलसिलेवार तलाशी अभियान चलाए. इस अभियान में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) से जुड़े व्यक्तियों और परिसरों को निशाना बनाया गया. ज़िले भर में आतंकवाद और अलगाववादी गतिविधियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए, अन्य सुरक्षा बलों की सहायता से सोपोर, ज़ैंगीर और राफ़ियाबाद क्षेत्रों में 25 से ज़्यादा स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए. ये तलाशी विश्वसनीय ख़ुफ़िया सूचनाओं पर आधारित थीं, जिनसे संकेत मिलता था कि जेईआई से जुड़े तत्व विभिन्न मोर्चों पर अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं. अभियानों के दौरान, प्रतिबंधित संगठन से जुड़े दस्तावेज़ों, डिजिटल उपकरणों और मुद्रित सामग्री सहित बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई और विस्तृत जांच के लिए ज़ब्त कर ली गई. कई व्यक्तियों से गैरकानूनी गतिविधियों में उनकी संलिप्तता का पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है.

दो और कार मंगवाने की बात

दिल्ली विस्फोट से जुड़े जैश मॉड्यूल की जांच में खुलासा हुआ है कि जैश के आतंकी डॉ. उमर और आमिर ने दिल्ली से दो और कारें मंगवाई थीं. इन कारों का इस्तेमाल आतंकी साजिश में किया जा सकता था. जम्मू-कश्मीर पुलिस सभी गिरफ्तार और हिरासत में लिए गए लोगों के डेटाबैंक की जांच कर रही है. उनके आधार और ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ व्हाट्सएप, टेलीग्राम कॉल लॉग और यात्रा इतिहास की भी जांच की जा रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश मॉड्यूल मामले की जांच औपचारिक रूप से जम्मू-कश्मीर सीआईडी ​​के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) को सौंप दी है. इससे पहले श्रीनगर पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. आमिर, तारिक और उमर से अभी भी पूछताछ जारी है. उन्हें अभी तक औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है.

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