
- DU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को व्हाट्सएप पर पांच करोड़ रुपये की फिरौती देने की धमकी मिली है
- धमकी देने वाले ने गैंगस्टर रोहित गोदारा का नाम लिया और यह संदेश एक विदेशी नंबर से भेजा गया था
- रौनक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें बार-बार कॉल और रिपीट मैसेज द्वारा दबाव बनाए जाने की बात कही है
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को व्हाट्सएप पर पांच करोड़ रुपये की फिरौती देने की धमकी मिलने का मामला प्रकाश में आया है. धमकी में कथित रूप से गैंगस्टर रोहित गोदारा का नाम लिया गया है और संदेश एक विदेशी नंबर से भेजा गया था.
रौनक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि अज्ञात नंबर से उसे कई बार कॉल भी किए गए और व्हाट्सएप पर रिपीट मैसेज भेजकर पांच करोड़ रुपये की मांग की गई. धमकी भेजने वाले ने कथित तौर पर यह भी कहा कि मांग पूरी न होने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कॉल करने वाले ने बार-बार दबाव बनाया और संदिग्ध तरीक़े से रोहित गोदारा का नाम लिया गया.

रौैनक खत्री ने दिया ये बयान
इस पर रौनक खत्री ने कहा, "आज दोपहर 12 बजे मेरे पास इंटरनेशनल नंबर से कॉल आती हैं, जिन्हें मैं नहीं उठाता हूं. इसके बाद मेरे पास व्हॉट्सएप पर मैसेज आते हैं कि मैं रोहित गोदारा और मुझे 5 करोड़ रुपये दे नहीं तो तुझे जान से हम मारेंगे और बहुत हुई तेरी राजनीति. इसके बाद मैंने अपने शुभचिंतकों से बात की और उन्हें इस बारे में बताया. इसके बाद मैंने डीसीपी आउटर नोर्थ को मेल के जरिए सूचना दी है और कार्रवाई की मांग की है".
खत्री ने की तीन चीजों की मांग
उन्होंने कहा, "मेरी तीन चीजों की मांग है- सबसे पहले एफआईआर रजिस्टर हो, पुलिस की पीसीआर वैन की सिक्योरिटी घर के बाहर तैनात की जाए. मेरे साथ जब तक इस केस को रिजॉल्व नहीं किया जाता है...मैं पुलिस सुरक्षा की मांग करता हूं और मेरा सरकार से आह्वान है कि ऐसे गिरोह को हम साथ में मिलकर हराएंगे लेकिन इसमें सरकार और पुलिस प्रशासन की इंवॉल्वमेंट चाहिए. इन नंबरों को ट्रेस करो और जल्द से जल्द इनका पता करो तभी इस तरह के गिरोह को खत्म किया जा सकेगा. मेरे साथ आज युवा जुड़ रहा है और मेरे पॉलिटिकल करियर को खत्म करने के लिए ये कॉल कराई जा रही हैं."
पुलिस ने प्राथमिक जांच शुरू कर दी है. दिल्ली पुलिस के साइबर विंग और क्राइम ब्रांच को मामले की तफ्तीश सौंपी गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार जांचकर्ताओं का पहला मकसद है यह पता लगाना कि क्या धमकी वास्तव में रोहित गोदारा के किसी असली नेटवर्क की ओर से आई है, या बाहर से किसी ने गोदारा का नाम का इस्तेमाल कर उगाही की कोशिश की है.
जांच टीम व्हाट्सएप संदेशों और कॉल डिटेल्स का फोरेंसिक विश्लेषण करा रही है. पुलिस विदेशी नंबर की ट्रेडलाइनिंग करने की भी कोशिश कर रही है ताकि संदेश किस सर्विस या आईपी-वीओआईपी सेवा के माध्यम से भेजे गए, यह पता चल सके.
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