लखीमपुर खीरी में दो किशोरी बहनों से दुष्कर्म और हत्या के मुख्य आरोपी में से एक को आज सुबह मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसके दाहिने पैर में गोली मार दी. एक वीडियो में पुलिस घायल आरोपी जुनैद को एक खेत से बाहर ले जाती हुई दिखाई दे रही है. पुलिस ने कहा कि जुनैद उन दो में से एक था, जो कथित रूप से लड़कियों का दोस्त था और उन्हें मोटरसाइकिल पर अपने साथ ले जाने के लिए मिला था. हालांकि परिवार का कहना है कि ऐसी कोई दोस्ती नहीं थी.
पुलिस ने बताया कि छोटू नाम के शख्स ने लड़कियों को जुनैद और सोहेल से मिलवाया था. "ये दोनों आदमी उन्हें कल गन्ने के खेत में ले गए, जहां उन्होंने उनके साथ बलात्कार किया. लड़कियों के कहने के बाद कि उन्हें अब उनसे शादी करनी होगी, वे नाराज हो गए. हाफिज़ुल की मदद से उन्होंने लड़कियों की गला घोंटकर हत्या कर दी. फिर उन्होंने करीमुद्दीन को बुलाया और आरिफ ने लड़कियों को फांसी पर लटकाने और उन्हें आत्महत्या का रूप देने में मदद की.
छोटू पीड़िता के पड़ोस का रहने वाला है, जबकि अन्य पांच पास के गांव के हैं. पुलिस प्रमुख ने कहा, "इन छह गिरफ्तारियों के साथ, इसमें शामिल सभी लोगों को पकड़ लिया गया है."
बच्चियों के पिता ने उन्हें फांसी की सजा देने की मांग की है. वहीं राज्य की भाजपा सरकार ने मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात कही है. सरकार ने ऐसी कार्रवाई का वादा किया है कि उनकी आने वाली पीढ़ियों की आत्मा भी कांप जाएगी.
इधर बसपा और समाजवादी पार्टी सहित विपक्ष ने पिछले मामलों का भी हवाला दिया है और इस अपराध को उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसे ध्वस्त हो गई है इसका नया सबूत बताया.
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