
जम्मू-कश्मीर का रामबन जिला, जहां की खूबसूरत वादियां हर किसी का मन मोह लेती है. वहां रविवार को कुदरत का ऐसा कहर बरपा कि बस तबाही का मंजर नजर आ रहा है. भारी बारिश के कारण अलग-अलग जगहों पर आई बाढ़ और भूस्खलन ने न सिर्फ भारी तबाही मचाई बल्कि कई जिंदगियां भी छीन लीं. लोगों के आशियाने तक बाढ़ और भूस्खलन की जद में आ गए. रामबन की सड़कों पर अब मलबा बिखरा है, और लोगों के चेहरों पर खौफ के साथ मायूसी झलक रही है. रामबन जिले में रविवार तड़के भारी बारिश के कारण अलग-अलग जगहों पर आई बाढ़ और भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में मकान, दुकानें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं. वहीं 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंसने की घटनाएं हुईं जिसके कारण यातायात रोक दिया गया.

सैकड़ों वाहन इस मार्ग पर फंस गए हैं. यह 250 किलोमीटर लंबा राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है.

सेरी बागना गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान अकीब अहमद (12), उसके भाई मोहम्मद साकिब (10) और उनके पड़ोसी मुनिराम (65) के रूप में की गई है.

अचानक आई बाढ़ में सड़कें बह जाने के कारण कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए.

गांव के निवासी मोहम्मद हाफिज ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘मैंने अपनी जिदंगी में ऐसा मौसम कभी नहीं देखा.

हाफिज ने बता.ा सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की तेज आवाज से मेरी नींद खुली और कुछ ही देर में मदद के लिए चीख-पुकार मच गई.''

इन तीन लोगों की मौत होने के साथ ही जम्मू क्षेत्र में पिछले दो दिन में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है.

इससे पहले, रियासी जिले के अरनास इलाके में शनिवार देर रात आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई थी और एक अन्य महिला घायल हो गई थी.

अधिकारियों ने बताया कि धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने बताया कि 10 मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गए और शेष को आंशिक क्षति पहुंची.

अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के बावजूद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने फंसे हुए 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया. ग्रामीणों को सरकारी स्कूल में आश्रय दिया गया है और प्रशासन उन्हें राशन सहित आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है.

उन्होंने बताया कि एक जलधारा के उफान पर होने के कारण कई वाहन बह गए. उपमुख्यमंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने रामबन में नेशनल कान्फ्रेंस विधायकों अर्जुन सिंह राजू (रामबन) और सज्जाद शाहीन (बनिहाल) के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद कहा, ‘‘स्थिति खराब है... वापस आने पर मैं अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपूंगा.'' भारी बारिश, बादल फटने, तेज हवाओं, भूस्खलन और ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले में भारी नुकसान हुआ है.
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जा रही है. सिन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और बचाव दल तेजी से राहत पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं.
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