नई दिल्ली:
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज हमेशा अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर उनके एक बयान पर सियासत गरमा गई है।
साक्षी महाराज ने कहा है कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा और ऐसा करने के लिए अभी सरकार के पास चार साल हैं।
उन्होंने कहा, यह निश्चित है कि राम मंदिर बीजेपी शासन में बनेगा। अगर यह आज नहीं बना तो यह कल बनेगा या परसों। हमने सत्ता में केवल एक साल पूरा किया है, चार साल अभी बाकी हैं।
साक्षी महाराज का यह बयान ऐसे समय आया है जब एक शीर्ष विहिप नेता ने कहा है कि मोदी सरकार केवल विकास करने नहीं, बल्कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने सहित मुख्य भगवा एजेंडे को पूरा करने के लिए भी आई है।
विहिप के प्रवक्ता और राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि बीजेपी को पिछले चुनावों में जो जनादेश मिला, वह केवल विकास के लिए नहीं था। लोगों को उम्मीद है कि वे मुख्य मुद्दों पर भी गौर करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार मुख्य मुद्दों पर काम नहीं करती है, तो वह अटल बिहारी वाजपेयी नीत एनडीए सरकार की तरह 'परिणाम भुगतने के लिए' तैयार रहे।
इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत कई बीजेपी नेताओं ने ये साफ़ किया था कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद ही इस पर आगे का फ़ैसला लिया जाएगा। (इनपुट एजेंसी से)
साक्षी महाराज ने कहा है कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा और ऐसा करने के लिए अभी सरकार के पास चार साल हैं।
उन्होंने कहा, यह निश्चित है कि राम मंदिर बीजेपी शासन में बनेगा। अगर यह आज नहीं बना तो यह कल बनेगा या परसों। हमने सत्ता में केवल एक साल पूरा किया है, चार साल अभी बाकी हैं।
साक्षी महाराज का यह बयान ऐसे समय आया है जब एक शीर्ष विहिप नेता ने कहा है कि मोदी सरकार केवल विकास करने नहीं, बल्कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने सहित मुख्य भगवा एजेंडे को पूरा करने के लिए भी आई है।
विहिप के प्रवक्ता और राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि बीजेपी को पिछले चुनावों में जो जनादेश मिला, वह केवल विकास के लिए नहीं था। लोगों को उम्मीद है कि वे मुख्य मुद्दों पर भी गौर करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार मुख्य मुद्दों पर काम नहीं करती है, तो वह अटल बिहारी वाजपेयी नीत एनडीए सरकार की तरह 'परिणाम भुगतने के लिए' तैयार रहे।
इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत कई बीजेपी नेताओं ने ये साफ़ किया था कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद ही इस पर आगे का फ़ैसला लिया जाएगा। (इनपुट एजेंसी से)
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