राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राज्य के छह जिलों में हाल ही में हुए जिला परिषद चुनाव में बाजी मारते हुए चार जिला परिषदों में बहुमत हासिल किया है. राज्य के छह जिलों जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, दौसा और सिरोही के 200 जिला परिषद सदस्यों, 1564 पंचायत समिति सदस्यों के लिए तीन चरणों में हुए मतदान के परिणाम शनिवार को जारी किए गए. इनमें मुख्य विपक्षी दल भाजपा को सिरोही जिला परिषद में स्पष्ट बहुमत मिला है जबकि भरतपुर जिला परिषद में वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है. हालांकि भरतपुर में बोर्ड बनाने में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) व निर्दलीयों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.
इन छह जिलों में जिला परिषद सदस्यों की कुल 200 सीटों में 99 सीटें जीतकर कांग्रेस आगे रही, वहीं भाजपा के खाते में 90 सीटें आईं. आठ निर्दलीय व बसपा के तीन उम्मीदवार भी जिला परिषद सदस्य चुने गए. कांग्रेस को जयपुर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, दौसा में बहुमत मिला है जहां उसके जिला प्रमुख होंगे. सिरोही में भाजपा का जिला प्रमुख बनेगा लेकिन भरतपुर में इसका फैसला करने में निर्दलीय व बसपा सदस्यों की बड़ी भूमिका रहेगी.
भरतपुर जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में भाजपा को 17, कांग्रेस 14, बसपा दो व निर्दलीय चार पर जीते.
वहीं छह जिलों में 78 पंचायत समितियों में कुल 1564 सीटों में से 1562 सीटों के लिए परिणाम भी शनिवार को घोषित कर दिए गए. इनमें कांग्रेस ने 670, भाजपा ने 551, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने 40, बसपा ने 11 सीटें जीतीं. वहीं 290 सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे.
गौरतलब है कि भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर एवं सिरोही जिलों में तीन चरण में 26 अगस्त, 29 अगस्त और एक सितंबर को मतदान हुआ था. जिला प्रमुख, पंचायत समिति प्रधान का चुनाव छह सितंबर को जबकि उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव सात सितंबर को होगा.
चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया और सभी विजयी प्रत्याशियों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई दी.
वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य के छह जिलों में पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों के लिए हुए चुनाव के परिणामों को उत्साहजनक बताते हुए शनिवार को कहा कि ये परिणाम मुख्य विपक्षी दल भाजपा के लिए ‘झटका' हैं.
वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि भाजपा, अन्य दलों व निर्दलीयों का प्रतिशत मिलायेंगे तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ ही जनादेश है. पूनियां के अनुसार जिस ढंग से कांग्रेस इन नतीजों को प्रचारित कर रही है, वो बहुत बड़ी जीत नहीं है, ना यह भाजपा की हार है.
पंचायत समिति सदस्यों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को बढ़त
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राज्य के छह जिलों में पंचायत समिति सदस्यों के लिए हुए चुनाव में बढ़त हासिल करते हुए 1564 में से 670 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा 551 सीटों पर विजयी रही है. राजस्थान के छह जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए हुए मतदान की गणना शनिवार को हुई. छह जिलों में 78 पंचायत समितियों में कुल 1564 सीटों में से 1562 सीटों के लिए परिणाम घोषित कर कर दिए गए हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने 670, भाजपा ने 551, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने 40, बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने 11 सीटें जीतीं. वहीं 290 सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे. जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में भाजपा की बढ़त है, जिसने 32 सीटें जीती हैं. कुल 200 सीटों में से 64 सीटों के लिए परिणाम घोषित किए हैं जिनमें से भाजपा ने 32, कांग्रेस ने 25, आरएलपी ने पांच व बसपा ने दो सीटें जीती हैं.
पंचायत चुनावों में जीत से उत्साहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को उनके निवास पर बधाई दी और फूल मालाएं पहनाकर जश्न मनाया.
राज्य के छह जिलों जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, दौसा और सिरोही के 200 जिला परिषद सदस्य, 1564 पंचायत समिति सदस्य, छह जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख एवं 78 प्रधान, उप प्रधानों के लिए तीन चरणों में मतदान हुए हैं. इनमें से एक जिला परिषद सदस्य और 26 पंचायत समिति सदस्य निर्विरोध चुन लिए गए हैं.
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