राजस्थान में भाजपा को बहुमत मिलने के एक दिन बाद पार्टी के 25 से अधिक नवनिर्वाचित विधायकों ने सोमवार को यहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर उनसे मुलाकात की. राजे को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है. राजे से मुलाकात करने वालों में शामिल कुछ लोग मीडिया से बात करने से कतराते रहे. कई अन्य ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया और उनमें से कुछ ने अपनी पसंद का संकेत भी दिया. लेकिन इस कवायद को ऐसे समय में शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है जब पार्टी नेतृत्व मुख्यमंत्री उम्मीदवार पर विचार कर रहा है. नवनिर्वाचित विधायकों ने सिविल लाइंस में राजे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की.
मुलाकात करने वाले विधायकों में कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रेम चंद बैरवा, ललित मीणा, बहादुर कोली, प्रताप सिंह सिंघवी, कालू लाल मीणा, शंकर सिंह रावत, विजय सिंह चौधरी एवं अन्य शामिल थे. नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा ने कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे के कामों को देखा है और मुख्यमंत्री को लेकर फैसला संसदीय बोर्ड करेगा.
जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी के सभी विधायक मुख्यमंत्री पद के लिए राजे का समर्थन करेंगे, तो उन्होंने कहा कि विधायक उनके साथ हैं. राजे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के सोमवार को घोषित नतीजों में भाजपा को 199 सीट में से 115 सीट मिली हैं.
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